UP Lok Sabha Election: लेटेस्ट सर्वे ने बढ़ाई मायावती की टेंशन, बसपा का वोट 'इंडिया' में खिसका!
इसी साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अब बहुत कम वक्त बचा है. 80 लोकसभा वाले राज्य उत्तर प्रदेश पर हर पार्टी की नजर है. यहां भाजपा के नेतृत्व वाला NDA, सपा के नेतृत्व वाला INDIA और मायावती की पार्टी बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
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UP Lok Sabha Election 2024: इसी साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अब बहुत कम वक्त बचा है. 80 लोकसभा वाले राज्य उत्तर प्रदेश पर हर पार्टी की नजर है. यहां भाजपा के नेतृत्व वाला NDA, सपा के नेतृत्व वाला INDIA और मायावती की पार्टी बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. लोगों को इस बात को जानने की उत्सुकता है कि आखिर आगामी चुनाव में मायावती की पार्टी बसपा का कैसा प्रदर्शन रहेगा? आइए आपको इस सवाल का जवाब एक लेटेस्ट सर्वे के हवाले से देते हैं.
मायावती को नुकसान का अनुमान
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर एक ताजा सर्वे सामने आया है. एबीपी न्यूज और सी वोटर के सामने आए सर्वे के अनुसार, यूपी की पूर्व सीएम मायावती के नेतृत्व वाली बसपा को वोट% मामले में नुकसान हो सकता है. बता दें कि 1 अप्रैल तक बसपा को 7 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान था जो 8 अप्रैल तक घाट कर 6% रह गया है.
बसपा का वोट इंडिया ब्लॉक में खिसका
एबीपी न्यूज और सी वोटर के सर्वे से यह भी पता चला है कि बीते एक हफ्ते के भीतर इंडिया गठबंधन की यूपी में सियासी तस्वीर बदली है. सर्वे के अनुसार, एक अप्रैल को NDA को 52%, इंडिया ब्लॉक को 36% और बसपा को 7% वोट मिलने का अनुमान था. मगर 8 अप्रैल तक स्थिति बदली और अब NDA को 52% इंडिया ब्लॉक को 40% और बसपा को 6% वोट मिलने का अनुमान है. इसका मतलब साफ है कि इंडिया गठबंधन को 4% वोट का इजाफा हुआ है. वहीं, बसपा को जो 7 प्रतिशत वोट मिल रहा था वह घटकर 6 रह गया है. और जो एक प्रतिशत बसपा का वोट प्रतिशत घाट है, वह इंडिया के खाते में जाता दिख रहा है.
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यूपी में कौन किसके साथ?
बता दें कि मायावती ने ऐलान किया है कि बसपा लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी में सपा और कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. वहीं एनडीए में बीजेपी के साथ अपना दल (एस), सुभासपा, रालोद और निषाद पार्टी हैं. वहीं पिछले चुनाव की बात करें तो साल 2019 में भी उत्तर प्रदेश में मोदी लहर चली थी. इस दौरान एनडीए ने कुल 64 लोकसभा सीटों पर कब्जा जमाया था. अखिलेश और मायावती का सपा-बसपा गठबंधन था. तब बसपा को 10 तो वहीं सपा को 5 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. कांग्रेस को सिर्फ रायबरेली लोकसभा सीट पर ही जीत मिली थी.
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