UP में 19 अप्रैल को है पहले चरण का मतदान, EVM से वोट डालते समय न करें ये गलती

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Lok Sabha Election 2024 Latest Update: लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है. 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर में 7 चरणों में मतदान होना है. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा, लिहाजा इसके लिए अब कम ही वक्त बचा है. ऐसे में सियासी हलचल भी तेज हो गई है और राजनीतिक पार्टियों बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जी-तोड़ मेहनत में जुट गई हैं. ऐसे में आपको हम फिर से बता देते हैं कि यूपी में पहले फेज में किन-किन सीटों पर मतदान होगा. साथ ही आप खबर में आगे जानिए कि EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से वोट डालते समय किन गलतियों से बचना चाहिए. 

इन 8 सीटों पर 19 अप्रैल को होगा मतदान

 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में मतदान होंगे. पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को मतदान होगा. 19 अप्रैल को यूपी में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत के मतदान अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. 

 

 

EVM को रहकर मन में रहते हैं ये सवाल

सबसे पहले आपको बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (जिसे ईवीएम भी कहा जाता है) इलेक्ट्रॉनिक साधनों का प्रयोग करते हुए वोट डालने या वोटों की गिनती करने के कार्य को करने में सहायता करती है. ऐसे में मतदाताओं को जान लेना चाहिए कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में वोट डालने से पहले किन बातों का खास ध्यान रखें और वोट डालते समय किन सावधानियों को बरतने की जरूरत है. वोटरों के मन में अक्सर ये सवाल आता है कि क्या एक साथ कई बटन दबाकर कई प्रत्याशियों के लिए वोट किया सकता है, क्या बार-बार बटन दबाने से वोट डालने में कोई फर्क पड़ता है? आइए आपके इन्हीं सवालों का विस्तार से जवाब देते हैं./ 

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कैसे काम करती है EVM 

ईवीएम को दो यूनिटों से तैयार किया गया है: कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट. इन यूनिटों को केबल से एक दूसरे से जोड़ा जाता है. ईवीएम की कंट्रोल यूनिट पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी के पास रखी जाती है. बैलेटिंग यूनिट को मतदाताओं द्वारा मत डालने के लिए वोटिंग कंपार्टमेंट के भीतर रखा जाता है. ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि मतदान अधिकारी आपकी पहचान की पुष्टि कर सके.

 

 

ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के साथ, मतदान पत्र जारी करने के बजाय, मतदान अधिकारी बैलेट बटन को दबाएगा जिससे मतदाता अपना मत डाल सकता है. मशीन पर अभ्यर्थी के नाम और/या प्रतीकों की एक सूची उपलब्ध होगी जिसके बराबर में नीले बटन होंगे. मतदाता जिस प्रत्याशी को वोट देना चाहते हैं, उनके नाम के बराबर में दिए बटन दबा सकते हैं.

वोट डालते समय न करें ये गलती

आपको बता दें कि बैलेटिंग यूनिट पर दिए गए बटन को दबाते ही मतदाता का मत दर्ज कर लिया जाता है और इसी के साथ मशीन भी लॉक हो जाती है. इतना ही नहीं कोई उस बटन को फिर से दबाने का प्रयास करता है या फिर कोई और बटन दबा देता है तो ऐसी स्थिति में कोई अन्य वोट काउंट नहीं किया जाएगा. ईवीएम 'एक व्‍यक्ति, एक मत' वाली पॉलिस पर काम करती है. अगला वोट तभी पड़ सकता है जब मतदान अधिकारी मतपत्र बटन को प्रेस कर मतपत्र जारी करे. 

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