बरेली में वोटिंग से पहले BJP की फजीहत, पार्टी के मेयर ने संतोष गंगवार को बोले अपशब्द? मचा बवाल

बरेली में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भारी फजीहत हो गई है. ऐसा पहली बार हुआ है कि आठ बार के सांसद रह चुके संतोष गंगवार को इस बार टिकट नहीं मिला है. यह बात अभी भी उनके समर्थकों को पसंद नहीं आ रही है.

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Bareilly News: बरेली में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भारी फजीहत हो गई है. ऐसा पहली बार हुआ है कि आठ बार के सांसद रह चुके संतोष गंगवार को इस बार टिकट नहीं मिला है. यह बात अभी भी उनके समर्थकों को पसंद नहीं आ रही है. उसपर मेयर उमेश गौतम द्वारा कथित तौर पर संतोष गंगवार को वायरल ऑडियो में अपशब्द कहना और कुर्मी बिरादरी के खिलाफ बोलना आग में घी का काम कर गया है. बता दें कि देर रात संतोष गंगवार के बरेली आवास पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का भाजपा के ही कार्यकर्ताओं ने घेराव कर लिया और जमकर के मेयर मुर्दाबाद के नारे लगाए. 

दरअसल, बीते दिनों बरेली में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा से पहले मेयर उमेश गौतम और 8 बार के सांसद संतोष गंगवार के बीच बहस हो गई थी, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के खेमे में मामला और गर्म हो गया. 

वायरल ऑडियो में क्या है?

इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के महापौर उमेश गौतम का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कथित तौर पर कह रहे हैं कि उन्होंने एक की हस्ती को समाप्त कर दिया है और जल्द ही पटक-पटक कर लोगों का मारेंगे. इस बयान के सामने आने के बाद सैकड़ों की संख्या में भाजपा समर्थक और कुर्मी समाज के लोग संतोष गंगवार के निवास पर पहुंचे और उनके समर्थन में नारे लगाए. वहां पर उमेश गौतम के विरोध में जमकर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. 

 

 

भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि उमेश गौतम जो कि भाजपा पार्टी से ही महापौर हैं, उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था. विरोध का आलम यह रहा कि रात में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी जब संतोष गंगवार के निवास पर पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने उनका भी घेराव किया और जमकर सवाल जवाब किए. वहीं दूसरी ओर उमेश गौतम ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि उन्होंने इस प्रकार का कोई बयान नहीं दिया है. 

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मेयर के इस्तीफा की करने लगे मांग

बता दें कि जब सड़क पर हंगामा चल रहा था तब, पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के समर्थकों ने महापौर उमेश गौतम के इस्तीफे की मांग और जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ता का कहना था कि जिस प्रकार का बयान गौतम ने दिया है इसके बाद उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए 

भाजपा विधायक ने कही यह बात

इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि 'मुझे लगता है ब्राह्मण समाज और कुर्मी समाज सब भाई-भाई हैं. फैक्ट मैं बता रहा हूं, मुझे जानकारी नहीं है. लेकिन जो हुआ है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. क्योंकि भाजपा की संस्कृति और संस्कार ऐसे नहीं हैं. मुझे लगता है हम उस वंश से आते हैं, जहां बड़ों का सम्मान होता है. माननीय संतोष गंगवार जी आठ बार के सांसद रहे हैं. हालांकि उमेश जी हमारे छोटे भाई हैं.' 

 

 

विधायक ने आगे कहा, "अभी ऑडियो मैंने सुना है. ब्राह्मण समाज की जो बैठक थी, मैं उसमें नहीं था. पत्नी का ऑपरेशन हुआ है. मुझे लगता है कि संस्कार विहीन बातें कभी नहीं करनी चाहिए. हम अपनी संस्कृति और संस्कार छोड़ दें, यह मुझे समझ में नहीं आ रहा. मुझे लगता है कि राजनीति में गिरावट आई है पिछले 20 साल में. लेकिन इतनी गिरावट कभी नहीं होनी चाहिए. उमेश मेरे छोटे भाई हैं. मेरा उनसे अनुरोध है कि अपने आपको संभालने का काम करें."

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