4 जून से पहले ही फिरोजाबाद के BSP उम्मीदवार चौधरी बशीर ने मानी हार, मुसलमानों को खूब सुनाया
Firozabad Loksabha Seat: इस बीच फिरोजाबाद के बसपा उम्मीदवार चौधरी बशीर ने 4 जून (परिणाम वाला दिन) से पहले से ही अपनी हार मान ली है.उन्होंने मुसलामानों को खरी खोटी भी सुनाई है.
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Firozabad Loksabha Seat: देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव 2024 के चलते सियासी माहौल गर्म है. यूपी में इस बार 7 चरणों में वोटिंग होनी है, जिनमें से 3 चरण के लिए वोट डाले जा चुके हैं. इस बीच फिरोजाबाद के बसपा उम्मीदवार चौधरी बशीर ने 4 जून (परिणाम वाला दिन) से पहले से ही अपनी हार मान ली है. उन्होंने वीडियो जारी कर अपनी हार का ठीकरा फिरोजाबाद लोकसभा क्षेत्र के मुसलमानों पर फोड़ा है. साथ ही उन्होंने फिरोजाबाद के मुस्लिम समाज को सैफई परिवार का गुलाम बताया है और कहा है कि मुसलमानों को इस परिवार से कुछ हासिल नहीं होगा. बता दें कि यहां सपा की ओर से अक्षय यादव जबकि भाजपा की टिकट पर ठाकुर विश्वदीप सिंह ने चुनाव लड़ा था. यहां 7 मई को वोटिंग हुई थी.
जानें बशीर ने क्या कहा?
फिरोजबाद से बसपा उम्मीदवार चौधरी बशीर ने कहा, "फिरोजाबाद के मुसलमान को जहां तक हो सकता था मैंने समझने की कोशिश की...कि बहुजन समाज पार्टी तुम्हारे साथ है. लेकिन फिरोजाबाद के मुस्लिम समाज के लोग जो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हैं उन्होंने माहौल को बिगड़ने की बहुत कोशिश की. उन्होंने चौधरी बशीर यानी बहुजन समाज पार्टी को आगे नहीं बढ़ने दिया. मुझे अफसोस इस बात का है कि ऐसा मौका अब हम लोगों को दोबारा नहीं मिलेगा. यह गोल्डन चांस आपके हाथ में था. आपने साबित कर दिया कि फिरोजाबाद का मुसलमान वाकई सैफई परिवार का गुलाम है."
रिजल्ट से पहले बशीर ने मानी हार
उन्होंने आगे कहा, "यह साबित हो गया है कि फिरोजाबाद के मुसलामानों को गुलामी की आदत है. इसलिए वह उबर नहीं पा रहा. बहुजन समाज पार्टी का बेस वोट आपके साथ था. अगर आप दिल से और मन से साथ दे देते तो चुनाव की सूरत कुछ और होती. मुझे बड़ा अफसोस है मुस्लिम समाज की इस हरकत पर, मुझे वोट न देकर यह साबित कर दिया कि वह अल्लाह से नहीं डरते लेकिन सैफई परिवार से डरते हैं. वे जिंदगी भर सैफई परिवार की गुलामी करते रहेंगे. इनको कुछ हासिल होने वाला नहीं है. चाहे कितनी भी गुलामी कर लेना. इस चुनाव का जब रिजल्ट आ जाए तब फिरोजाबाद के मुसलमान को इस बात का एहसास होगा कि उन्होंने क्या खोया और क्या पाया. फिरोजाबाद के मुसलमान को धन्यवाद भी देना चाहता हूं कि आपने अपने भाई चौधरी बशीर को हरा दिया और वोट नहीं दिया.
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