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बड़े भाई की साली की शादी के बाद भी पुजारी मनोज ने नहीं खत्म किया उससे रिश्ता फिर खतरनाक अंत हुआ

अंकुर चतुर्वेदी

Budaun Crime News: बदायूं में पुलिस ने पुजारी मनोज की ह्त्या का खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार, पुजारी का अपनी साली से अवैध संबंध था. यह बात महिला के भाइयों को पति को रास नहीं आई, इसलिए मनोज की हत्या की गई.

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पुलिस ने महिला को आठ दिन बाद खोज निकाला.(Photo: AI-generated)
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Budaun Crime News: बदायूं में 16 नवंबर की रात खूनी खेल खेला गया. यहां सर्वेश्वर साईं मंदिर के भीतर पुजारी मनोज शंखधार की हत्या की गई. पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश 48 घंटों के अंदर करने का दावा किया है. शुरू में यह लूटपाट का मामला लग रहा था. लेकिन जांच में सामने आया सच किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं है. एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुजारी मनोज शंखधार की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उनके बड़े भाई के दो साले और उनके साढ़ू ने मिलकर की थी. पुलिस ने हत्या का मोटिव अवैध प्रेम संबंध बताया है.  

मंदिर के भीतर बिछा मौत का जाल

जांच में पता चला कि मृतक पुजारी मनोज के अपने बड़े भाई प्रदीप शर्मा की साली से अवैध संबंध था. प्रदीप शर्मा की पत्नी की मौत हो गई थी. इसके बाद मृतका की छोटी बहन घर आकर रहने लगी. इसी दौरान मनोज का अपने बड़े भाई की साली संग इश्क हो गया. मनोज उससे शादी करना चाहता था, लेकिन घर वाले नहीं माने.

लड़की के घर वालों ने उसकी शादी हिमांशु नामक युवक से करा दी थी. इसके बाद भी महिला, मनोज के संपर्क में रही. इस प्रेम प्रसंग के चलते हिमांशु और उसकी पत्नी के बीच लगातार विवाद चल रहा था. यहां तक कि पत्नी ने हिमांशु के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला तक दर्ज करा दिया था. परिवार और रिश्तेदारों ने समझौता कराया लेकिन पुजारी मनोज और साली का प्रेम संबंध खत्म नहीं हुआ.

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पति हिमांशु ने इस अपमान का बदला लेने की खौफनाक योजना बनाई. उसने अपने दो साले विशेष कुमार उर्फ छोटू और नीतेश कुमार (जो मनोज के भाई प्रदीप का भी साला था) को इस षड्यंत्र में शामिल किया.

16 नवंबर की रात खेला गया था खूनी खेल

16 नवंबर की शाम को योजना के तहत नीतेश मंदिर में पुजारी मनोज के पास पहुंचा. दोनों ने साथ में खाना खाया. नीतेश वहीं सो गया. रात 1:45 बजे का वक्त था. अंधेरे में विशेष और हिमांशु बाइक से मंदिर पहुंचे. नीतेश ने गेट खोला. तीनों ने मिलकर पुजारी मनोज शंखधार को पकड़ा और गमछे से गला घोंटकर उनकी निर्मम हत्या कर दी. वारदात को लूट का रूप देने के लिए वे दो चांदी के मुकुट और हत्या का राज छुपाने के लिए सीसीटीवी की डीवीआर अपने साथ ले गए. 

हत्या को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी हिमांशु के घर पहुंचे. वहां उन्होंने अपने पहने हुए कपड़े जला दिए और डीवीआर को भी आग के हवाले कर दिया.

एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने इस सनसनीखेज मामले के लिए एसओजी, सर्विलांस और थाना सिविल लाइंस की चार टीमें गठित की थीं. 19 नवंबर को पुलिस ने विशेष कुमार, नीतेश कुमार (शाहजहांपुर, परौर निवासी) और हिमांशु (मंश नगला निवासी) को नई जेल की चिन्हित भूमि (बिल्सी रोड) के पास से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे गए दो चांदी के मुकुट, डीवीआर और हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद कर ली है. 

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