चंदौली: लेखपाल ने मांगी ’10 हजार रुपये की रिश्वत’, एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर यूं पकड़ा

उदय गुप्ता

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में एंटी करप्शन की टीम ने दीनदयाल नगर तहसील क्षेत्र में कार्यरत एक लेखपाल को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. मिली जानकारी के अनुसार, लेखपाल ने रिपोर्ट लगाने के नाम पर कथित रूप से दस हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की थी. बता दें कि एंटी करप्शन टीम की वाराणसी यूनिट ने आरोपी लेखपाल को जेल भेजा है.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, चंदौली जिले के दीनदयाल नगर तहसील के रहने वाले वसीम खान नाम के शख्स ने अपने पारिवारिक बंटवारे को लेकर एसडीएम के यहां प्रार्थना पत्र दिया था. एसडीएम ने बंटवारे की कार्रवाई करने के लिए तहसीलदार को लिखा और तहसीलदार के निर्देश पर इलाके के लेखपाल बजरंगबली विश्वकर्मा को बंटवारे संबंधित कागजात पर रिपोर्ट लगानी थी. मगर आरोप है कि इसके लिए लेखपाल ने फरियादी पक्ष से 10000 रुपये की रिश्वत की डिमांड की.

इसकी शिकायत शख्स ने एंटी करप्शन टीम से की. पहले तो वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने पूरे मामले की जांच की और मामले में सत्यता पाने के बाद लेखपाल को पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाया. इसके बाद जैसे ही वसीम खान ने लेखपाल को ‘रिश्वत’ के 10000 रुपये दिए. पहले से मौजूद एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ दबोच लिया.

इसके बाद लेखपाल को पकड़कर एंटी करप्शन टीम अलीनगर थाना ले आई, जहां पर लेखपाल के विरुद्ध रिश्वत लेने के जुर्म में अभियोग पंजीकृत कराया गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इंस्पेक्टर एंटी करप्शन टीम वाराणसी यूनिट उपेंद्र कुमार ने बताया, “शिकायतकर्ता वसीम खान पुत्र गयासुद्दीन खान निवासी बहादुरपुर थाना मुगलसराय जनपद चंदौली द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी इकाई को 10 जून को दिया गया था. जिसमें या आरोप लगाया गया था कि उनका एक वाद एसडीएम मुगलसराय के यहां चल रहा था. जिसमें यह निर्देशित किया गया था कि उनके आराजी संख्या 83 बटा 1 में बंटवारे संबंधित आख्या लगाकर तहसीलदार को प्रेषित किया जाए.”

उन्होंने बताया, “उक्त पत्रावली वर्तमान समय में क्षेत्रीय लेखपाल बजरंग विश्वकर्मा के पास लंबित थी जिसके लिए उन्होंने प्रकरणों का निस्तारण करने के लिए बार-बार वसीम खान के द्वारा निवेदन किया गया. जिस पर लेखपाल द्वारा पत्रावली निस्तारित करने के लिए रिपोर्ट लगाने हेतु ₹10000 रिश्वत की मांग की गई. जिस के संदर्भ में उन्होंने प्रार्थना पत्र दिया था.”

उपेंद्र कुमार के अनुसार, “इस मामले की जांच कराई गई और जांच में सभी तथ्य सही पाए जाने पर मंगलवार को तहसील गेट के सामने से क्षेत्रीय लेखपाल बजरंगबली विश्वकर्मा को शिकायतकर्ता से ₹10000 लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. इस संदर्भ में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है.”

ADVERTISEMENT

चंदौली: हिंदू देवी-देवताओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में युवक गिरफ्तार

ADVERTISEMENT

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT