Varanasi Tak: बिजली कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर ढोल नगाड़ों के साथ किया प्रदर्शन
वाराणसी में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आवाहन पर विद्युत अभियंता, अवर अभियंता और कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शनिवार 3 दिसंबर…
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वाराणसी में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आवाहन पर विद्युत अभियंता, अवर अभियंता और कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शनिवार 3 दिसंबर…
वाराणसी में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आवाहन पर विद्युत अभियंता, अवर अभियंता और कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शनिवार 3 दिसंबर को पांचवे दिन भी जारी रहा.
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विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते कार्यालयों में ताले लटके रहे, राजस्व वसूली नहीं हो सकी और वाराणसी शहर और देहात के कई क्षेत्रों में अंधेरा रहा.
शनिवार को भी अभियंताओं और अवर अभियंताओं कर्मचारियों ने भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय पूर्वांचल के कार्यालय पर ढोल नगाड़ों को बजाकर अपनी आवाज ऊर्जा प्रबन्धन तक पहुंचाने का कार्य कर जोरदार प्रदर्शन किया.
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन की उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के बावजूद सभी कर्मियों के हौसले बुलंद हैं. महिला कर्मी भी बढ़-चढ़कर आंदोलन में भाग ले रही हैं और आज कार्य बहिष्कार सभा भारी संख्या में उपस्थित होकर ढोल नगाड़ों और लोकगीत के द्वारा कर्मचारियों ने अपनी आवाज को शीर्ष ऊर्जा प्रबन्धन तक पहुंचाने का प्रयास किया है.
वहीं वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन का यह कहना है कि कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करने हेतु धन की कमी है. वहीं दूसरी तरफ 25000 करोड़ के मीटर खरीदने का सौदा किया जा रहा है, जबकि कर्मचारी कोई नई मांग नहीं कर रहे हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2000 में राज्य सरकार, ऊर्जा प्रबंधन और संघर्ष समिति के मध्य सम्पन्न लिखित समझौते में किए गए बजट के अनुसार राज्य विद्युत परिषद के गठन से पूर्व अभियंताओं अवर अभियंता और कर्मचारियों को मिल रही सुविधाओं को प्रबंधन द्वारा उक्त समझौते का उल्लंघन कर वापस लेने की कार्रवाई की जा रही है. उसका विरोध संघर्ष समिति द्वारा किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रबंधन को आंदोलन के कारण ध्वस्त हो रही विद्युत व्यवस्था एवं जनमानस को हो रही कठिनाइयों से कोई लेना-देना नहीं जैसे लगता है कि किसी षड्यंत्र के तहत लोकप्रिय उत्तर प्रदेश की सरकार की छवि धूमिल करने का प्रबंधन द्वारा प्रयास किया जा रहा है और मेंज की वार्ता पर ना बैठ कर कर्मचारियों से टकराने का कार्य किया जा रहा है.
इस मामले से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट को खबर की शुरुआत में शेयर किए गए Varanasi Tak के वीडियो पर क्लिक कर देखें.
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