Hathras Accident Video : हाथरस में मौत का तांडव…अब तक 116 लोगों की मौत, कार्यक्रम कराने वाले शख्स ने क्या बताया?
Hathras Stampede : हाथरस के रतिभानपुर में मंगलवार का दिन अमंगलकारी रहा. यहां प्रवचन करने वाले भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 100 लोगों की मौत हो चुकी है.
ADVERTISEMENT
Hathras Stampede : हाथरस के रतिभानपुर में मंगलवार का दिन अमंगलकारी रहा. यहां प्रवचन करने वाले भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 100 लोगों की मौत हो चुकी है.
Hathras Stampede : हाथरस के रतिभानपुर में मंगलवार का दिन अमंगलकारी रहा. यहां प्रवचन करने वाले भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं कई लोगों के घायल होने की खबर है. मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. प्रशासन की कई टीमें गांव में मौजूद हैं. घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ADVERTISEMENT
आयोजनकर्ता ने बताई ये कहानी
वहीं इस हादसे पर सत्संग के आोयजन समिति से जुड़े महेश चंद्र ने यूपी तक से फोन पर हुई बातचीत पर बताया कि, ये कार्यक्रम 13 साल बाद हाथरस में आयोजित हुआ था. हमने जिला प्रशासन से अनुमति लेकर कार्यक्रम का आयोजन कराया था. हमारे पास तीन घंटे की परमिशन थी. एक लाख से अधिक श्रद्धालु आयोजन के कार्यक्रम में मौजूद थे. जब कार्यकम खत्म हुआ तब भगदड़ मच गई. कार्यक्रम खत्म होने के बाद कीचड़ में लोग एक के ऊपर एक गिरते रहे, कोई संभालने वाला नहीं था. प्रशासन से कोई भी वहां मौजूद नहीं था.'
उन्होंने आगे बताया कि, 'दोपहर एक बजे के बाद जब कार्यक्रम खत्म हुआ तो ये घटना घटी. कार्यक्रम खत्म हुआ तो एक साथ भागने में यह भगदड़ मची. उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रशासन की कमी की वजह से ये हादसा हुआ है. प्रशासन को अनगिनत श्रद्धालुओं के आने की दी थी जानकारी पर उस हिसाब से वहां व्यवस्था नहीं थी. हमने 12 हजार सेवादारों की व्यवस्था की थी. बरसात के मौसम में कीचड़ की वजह से लोग गिरने लगे थे और भगदड़ के बाद लोग एक दूसरे पर गिरने लगे.'
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
की जा रही है जांच
बता दें कि सत्संग का आयोजन बाबा नारायण साकार हरि उर्फ साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा ने किया था. डीएम ने बताया कि वहां कानून-व्यवस्था के लिए ड्यूटी लगाई गई थी. अंदर की व्यवस्था स्वयं (बाबा) उनके द्वारा की जानी थी. ये घटना कैसे हुई इसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है.
ADVERTISEMENT