RO-ARO और UP पुलिस भर्ती पेपर लीक के दावों के बीच अब लेखपाल नियुक्तियों पर भी फंसा ये पेच
दरअसल यूपी में लेखपाल के 8 हजार 85 पद पर चयनित हुए युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया जाना था. चयनित छात्र लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे. मगर इब इसपर रोक लग गई है.
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दरअसल यूपी में लेखपाल के 8 हजार 85 पद पर चयनित हुए युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया जाना था. चयनित छात्र लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे. मगर इब इसपर रोक लग गई है.
Lekhpal Recruitment: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के लाखों छात्र इस समय परेशान हैं. दरअसल सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा और RO-ARO परीक्षा के पेपर लीक होने के दावे किए जा रहे हैं. कई लोग सामने आए हैं, जिनका दावा है कि परीक्षा के पेपर एग्जाम से पहले ही लीक हो गए थे. छात्रों में पेपर लीक होने की खबर को लेकर गुस्सा है. छात्रों का कहना है कि अगर ये दावे सही पाए गए तो उनके भविष्य का क्या होगा.
इसी बीच एक खबर और सामने आ गई. दरअसल यूपी में लेखपाल के 8 हजार 85 पद पर चयनित हुए युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया जाना था. चयनित छात्र लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे. परीक्षा से लेकर चयन प्रक्रिया में वैसे भी काफी लंबा समय लग चुका है. ऐसे में जब उन्हें सूचना मिली की उन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र मिलेगी तो वह खुश हो गए. कुछ मीडिया रिपोर्ट में यहां तक दावा किया जा रहा था कि 23 फरवरी के दिन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चयनित युवाओं को खुद अपने हाथों से नियुक्ति पत्र देंगे. मगर अब इसमें भी पेच फंस गया है.
नियुक्ति पत्र देने पर लगी रोक
आपको बता दें कि आखिर मौके पर सरकार ने लेखपाल चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र देने पर रोक लगा दी है. अचानक आए सरकार के इस फैसले से चयनित छात्र खुश नहीं है तो वहीं रोजगार की आस देख रहे युवाओं में भी इसको लेकर गुस्सा है.
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दावा किया जा रहा है कि यूपीएसएससी ने ये फैसला कोर्ट के फैसले के बाद लिया है. दरअसल दावा किया जा रहा है कि एक उम्मीदवार इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. इसके बाद ही विभाग ने नियुक्ति पत्र देने से रोक लगाई है. ऊपर दिए गए वीडियो में जानिए ये पूरा मामला
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