आगरा के होटल नंबर 101 में क्या कर रहा था स्वामी चैतन्यानंद! तड़के 3:40 बजे की CCTV में ये सब दिखा
आगरा के होटल नंबर 101 से दिल्ली पुलिस ने विवादित स्वयंभू संत स्वामी चैतन्यानंद को गिरफ्तार किया. उन पर छात्राओं के साथ यौन शोषण, अश्लील मैसेज और धोखाधड़ी के आरोप हैं. चैतन्यानंद ने होटल में पार्थ सारथी नाम से रजिस्टर किया था.
ADVERTISEMENT

विवादों में घिरे स्वयंभू संत चैतन्यानंद सरस्वती को उत्तर प्रदेश के आगरा से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. छात्राओं के यौन शोषण के आरोपी चैतन्यानंद को होटल द फर्स्ट से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी को दिल्ली पुलिस ने रात करीब 3:30 बजे होटल के कमरा नंबर 101 से पकड़ा है. आरोपी चैतन्यानंद होटल में रुकने के लिए शनिवार शाम 4:00 बजे आए थे. होटल में दर्ज रिकार्ड के मुताबिक चैतन्यानंद ने रजिस्टर में अपना नाम पार्थ सारथी लिखा है. होटल के रिसेप्शनिस्ट भारत के मुताबिक रात करीब 3:30 बजे दो व्यक्ति आए और उन्होंने अपने को दिल्ली पुलिस का बताया. दोनों व्यक्तियों ने पूछा कि कमरा नंबर 101 कहां है? उन्हें इसकी जानकारी दी गई. फिर दोनों ने कमरे का दरवाजा खुलवाया और बाबा को सामान सहित अपने साथ गाड़ी में बैठ कर ले गए.
उस वक्त का सीसीटीवी फुटेज यहां नीचे देखिए
आपको बता दें कि पिछले काफी दिनों से चर्चा में बने हुए स्वयंभू संत चैतन्यानंद सरस्वती को आखिरकार पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. दिल्ली के वसंत कुंज स्थित आश्रम और श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट-रिसर्च का पूर्व निदेशक स्वामी चैतन्यानंद को आगरा से अरेस्ट किया गया. चैतन्यानंद पर आश्रम की 17 से अधिक महिला छात्रों के साथ यौन शोषण, अश्लील मैसेज भेजने एवं धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं.
पार्थसारथी से बने चैतन्यानंद!
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पहले पार्थसारथी नाम वाले चैतन्यानंद सरस्वती मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं. वे पिछले 12 सालों से दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज आश्रम में रह रहे थे और संस्थान के संचालन और देखरेख की जिम्मेदारी उनके पास थी. खुद को संन्यासी और ‘गॉडमैन’ के रूप में स्थापित करने के साथ वे संस्थान के प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे.
यह भी पढ़ें...
यहां क्लिक कर विस्तार से जानिए चैतन्यानंद की कहानी