हमने सिर्फ आतंकी ढांचे पर हमला किया...ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का यह बयान वायरल

यूपी तक

Imran Masood Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बयान वायरल, कहा- "हमने सिर्फ आतंकी ढांचे पर हमला किया, नागरिकों को निशाना नहीं बनाया." भारतीय सेना ने पीओके में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. यूपी में रेड अलर्ट जारी.

ADVERTISEMENT

Imran Masood
Congress MP Imran Masood
social share
google news

Imran Masood Operation Sindoor: भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए सख्त जवाबी कार्रवाई में मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इनमें आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं. सेना के इस कार्रवाई के बाद से प्रतिक्रियाओं का दौर शामिल है. इसी कड़ी में सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल है. 

ऑपरेशन सिंदूर पर उन्होंने कहा, "हमारी कार्रवाई सटीक निशाना साधकर की गई है. हमने सिर्फ आतंकी ढांचे पर हमला किया है, नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया है...आतंकी मसूद अजहर को परिवार के सदस्यों की मौत का दर्द समझ में आएगा. पाकिस्तान कायर देश है. वह पीछे से हमला करता है...यह तो बस शुरुआत है। हमें आतंकवाद की जड़ों को खत्म करना है..." 

 

ऑपरेशन सिंदूर के बाद यूपी में रेड अलर्ट

यूपी में रेड अलर्ट की घोषणा 7 मई को भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई मिसाइल स्ट्राइक के बाद की गई. यूपी में सभी जिलों की पुलिस यूनिट्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है. रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशन, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जा रहा है. सभी थानों की रूटीन गश्त के अलावा रात की पेट्रोलिंग भी पैनी है. इंटेलिजेंस यूनिट्स को इनपुट जुटाने और सतर्क रहने को कहा गया है. संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी बढ़ा दी गई है. 

यह भी पढ़ें...

ये भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर के बाद मेरठ के जैद ने कहा 'पाकिस्तान जिंदाबाद', अब उसके संग ये क्या हुआ?

उत्तर प्रदेश में नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत 112 पर देने की अपील है. साथ ही 'आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करने' की सलाह दी गई है.


 

    follow whatsapp