पहले RO/ARO, फिर यूपी पुलिस का पेपर लीक, 25 लाख में सौदा...लखनऊ के कोचिंग संचालक को STF ने दबोचा
उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक (UP Police Paper Leak) मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक (UP Police Paper Leak) मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी एसटीएफ (UP STF) की नोएडा यूनिट ने पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि राजीव नयन मिश्रा पहले भी कई बड़े एग्जाम के पेपर लीक करवा चुका है और जेल भी जा चुका है. यूपी पुलिस और STF कई दिनों से उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी.
कोचिंग संचालक गिरफ्तार
बता दें कि सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा ने समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा में भी पेपर बेचने का भी आरोप है. वहीं राजीव नयन मिश्रा के कहने पर Ro/ARO के अभ्यर्थियों को इकट्ठा करने वाला कोचिंग संचालक अमित सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में कॉमर्स की कोचिंग चलने वाले अमित सिंह को किया शुक्रवार को अरेस्ट किया है. पेपर लीक में अरेस्ट हुए यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही अरूण कुमार सिंह व सौरभ शुक्ला ने पूछताछ में अमित सिंह की भूमिका बताई थी.
25 लाख में पेपर का सौदा
समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा पेपर लीक कराने का मास्टरमाइंड भी राजीव नयन मिश्र है. राजीव नयन ने RO/ARO का पेपर 25 लाख रुपयों में डा. शरद सिंह को बेचा था. अमित सिंह गोमतीनगर में कामर्स की कोचिंग चलाता था. जानकारी के मुकाबिक बलिया के दीपक दुबे ने अमित सिंह की राजीव नयन मिश्रा से मुलाकात करवाई थी. साल 2020/21 में अमित सिंह ने भी राजीव नयन को टीजीटी एग्जाम का पेपर पढ़ाने के लिए 20 लाख रुपए दिया था.
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पहले RO/ARO, फिर यूपी पुलिस का पेपर लीक
कोचिंग संचालक अमित सिंह कई भर्ती परीक्षाओं में राजीव नयन को कैंडिंडेट उपलब्ध करा चुका है. RO/ARO के साथ पुलिस भर्ती परीक्षा के भी अभ्यर्थी लाने के लिए राजीव ने अमित सिंह से कहा था. दोनों ने प्लान बनाया था कि RO/ARO के सभी अभ्यर्थियों को लखनऊ और प्रयागराज में पेपर का उत्तर बता दिया जायेगा. उक्त परीक्षा के पेपर के बदले डा. शरद सिंह से 15 लाख रूपये प्रति अभ्यर्थी देना तय हुआ था. परीक्षा से पहले प्रति अभ्यर्थी 2 लाख रूपये देना तय हुआ था. शेष पैसा काम होने के बाद देना था.
सभी लड़कों को राजीव नयन मिश्र के नैनी प्रयागराज स्थित आरोग्यम हास्पिटल में ले जाकर पेपर का उत्तर बताया था. बता दें कि आरोग्यम हास्पिटल का मालिक राजीव नयन ही है. बाकी लड़कों को डा. शरद सिंह ने अपनी कार व अन्य गाडियों में लखनऊ के प्लासियो माल के पास लगभग 2 घंटे तक पेपर में पूछे जाने वालों प्रश्नों के उत्तर को बताया था.
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