संभल जामा मस्जिद के सामने बन रही सत्यव्रत पुलिस चौकी का निर्माण यूं ही नहीं हो रहा, पीछे है ये कारण

यूपी तक

Sambhal: संभल जामा मस्जिद के सामने बन रही पुलिस चौकी लगातार चर्चाओं में बनी हुई है. युद्ध स्तर पर पुलिस चौकी का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है. दरअसल काफी रणनीति के तहत संभल के इस इलाके में पुलिस चौकी का निर्माण हो रहा है. समझिए

ADVERTISEMENT

Sambhal, Sambhal News, Sambhal Police, Sambhal Jama Masjid, Sambhal Police Chowki, History of sambhal, संभल, संभल न्यूज, संभल पुलिस, यूपी पुलिस, संभल जामा मस्जिद, पुलिस चौकी
Sambhal, Sambhal News, Sambhal Police, Sambhal Jama Masjid, Sambhal Police Chowki, History of sambhal, संभल, संभल न्यूज, संभल पुलिस, यूपी पुलिस, संभल जामा मस्जिद, पुलिस चौकी
social share
google news

UP News: संभल हिंसा के बाद से संभल लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. अब संभल का छुपा हुआ इतिहास भी धीरे-धीरे सामने आ रहा है. बावड़ी से लेकर कुओं-कूपों, प्राचीन तीर्थों तक की खुदाई की जा रही है. इसी बीच संभल जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी का निर्माण किया जा रहा है. बता दें कि पुलिस चौकी का निर्माण युद्ध स्तर हो रहा है. दिन-रात निर्माण कार्य जारी है और पीएसी भी मौके पर तैनात है.

आपको बता दें कि जामा मस्जिद के सामने जिस पुलिस चौकी का निर्माण हो रहा है, उसका नाम सत्यव्रत पुलिस चौकी है. दरअसल माना जाता है कि सतयुग में संभल को 'सत्यव्रत नगर' के नाम से जाना जाता था. ऐसे में संभल के पौराणिक इतिहास को ध्यान में रखकर पुलिस चौकी का नाम सत्याव्रत रखा गया है.

युद्धस्तर पर निर्माण कार्य जारी

संभल जामा मस्जिद के ठीक सामने बन रही इस पुलिस चौकी का महत्व आप इसी बात से समझ सकते हैं कि यहां पहले से ही पीएसी के जवान और संभल पुलिस तैनात है. जल्द से जल्द पुलिस चौकी के निर्माण की कोशिश की जा रही हैं. ऐसे में अब पुलिस चौकी के निर्माण में लगे हुए श्रमिकों की संख्या को भी काफी बढ़ा दिया गया है. पिछले 24 घंटों में ही मजदूरों की संख्या बढ़कर 6 दर्जन से अधिक हो गई है. इससे पहले यहां सिर्फ 2 दर्जन श्रमिक ही निर्माण कार्य में जुटे हुए थे. अब 76 मजदूरों के साथ पुलिस चौकी का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है.

यह भी पढ़ें...

क्या है कारण?

दरअसल जिस इलाके में पुलिस चौकी का निर्माण किया जा रहा है, वह काफी घना इलाका है. यहां संकरी गलियां हैं और सुरक्षा की नजर में ये अतिसंवेदनशील इलाका भी है. इस क्षेत्र का इतिहास दंगों से भरा पड़ा है. सर्च अभियान में जितने भी प्राचीन मंदिर, प्राचीन तीर्थ और कुएं मिलने के दावे किए जा रहे हैं, वह भी इसी इलाकों में मिल रहे हैं.

दरअसल हिंदू पक्ष का दावा है कि हरिहर मंदिर को तोड़कर ही जामा मस्जिद का निर्माण किया गया था. कई इतिहासकारों ने भी संभल में प्राचीन कूप, तीर्थ और मंदिर होने के दावे अपनी-अपनी किताबों में किए हैं. यहां तक की 24 नवंबर के दिन हुई हिंसा भी इसी इलाके से शुरू हुई थी. 

ऐसे में यहां पुलिस चौकी का निर्माण करके इस इलाके की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाएगी. बता दें कि पुलिस चौकी में कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा, जिससे पूरे इलाके पर नजर रखी जाएगी. इसी के साथ आस-पास सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जाएंगे.

    follow whatsapp