रैपिड रेल में मिलती हैं ये 5 टॉप क्लास सुविधाएं, किराया, टाइमिंग और रूट सबकुछ जानिए

यूपी तक

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Rapid Train News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 20 अक्टूबर को दिल्ली-मेरठ ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ के पहले चरण को हरी झंडी दिखाई. आपको बता दें कि इस रैपिड ट्रेन को ‘नमो भारत’ नाम दिया गया है. फिलहाल पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक 17 किलोमीटर तक का सफर लोग तय कर सकेंगे. पहले चरण में कुल 5 स्टेशन होंगे. इनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. आईए खबर में आगे ‘नमो भारत’ के किराए, रूट, समय और स्पीड से लेकर लागत समेत सभी जरूरी बातों को समझते हैं.

क्या है रैपिड रेल?

देश में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना लाई गई है. RRTS एक नई रेल-आधारित, सैमी हाई स्पीड, हाई फ्रीक्वैन्सी वाली कम्यूटर ट्रांजिट प्रणाली है. यह दिल्ली एनसीआर के लोगों को क्षेत्र में निर्बाध रूप से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेगी.

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का काम कब होगा पूरा?

मालूम हो कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 82 किलोमीटर लंबा है. इस रुट पर रैपिड रेल गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर से गुजरते हुए 1 घंटे से कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ देगी. हालांकि, अभी पीएम मोदी इस फेज में साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक 17 किलोमीटर तक का उद्घाटन किया है.पूरे 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक लगेगा कितना समय?

शुरुआत में रैपिड ट्रेन 17 किलोमीटर तक साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक चलेगी. यात्री इस 17 मीटर की दूरी मात्र 12 मिनट में तय कर सकेंगे.

पहले चरण में एक तरफ का कितना रहेगा किराया?

आपको बता दें कि रैपिड ट्रेन में साहिबाबाद से दुहाई डिपो का एक तरफ का किराया 50 रुपये जबकि इसी रूट पर प्रीमियम डिब्बे में किराया 100 रुपये होगा.

ADVERTISEMENT

रैपिड ट्रेन में होंगी ये 5 टॉप क्लास सुविधाएं

  • ये ट्रेन ओवरहेड लगेज रैक, वाई-फाई और हर सीट पर एक मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट जैसी यात्री सुविधाओं के अलावा कई सुरक्षा सुविधाओं से भी लैस हैं.
  • हर कोच में लगभग छह सीसीटीवी कैमरे हैं और इस कॉरिडोर पर यात्रियों की सुरक्षा एक प्राथमिकता है.
  • डिब्बों में अन्य सुविधाओं में एक आपातकालीन दरवाजा, स्वास्थ्य संबंधी समस्या या अन्य प्रकार की आपात स्थिति के मामले में ट्रेन ऑपरेटर से बात करने के लिए एक बटन और आग बुझाने वाले यंत्र शामिल हैं.
  • ट्रेन के ‘प्रीमियम कोच’ में एक ट्रेन अटेंडेंट मौजूद रहेगा, लेकिन वह अन्य डिब्बों में भी घूम सकता है. आपात स्थिति में उससे संपर्क किया जा सकता है.
  • बेहतर सुरक्षा के लिए, प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर ‘प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर’ (पीएसडी) मौजूद होगा. ये पीएसडी, आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों और सिग्नल प्रणाली के साथ जुड़े हैं.

रैपिड ट्रेन में होंगे कितने डिब्बे और कितने यात्री कर सकेंगे सफर

रैपिड ट्रेन में 6 डिब्बे होंगे. इनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकेंगे. इसमें दोनों, बैठकर एवं खड़े होकर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या शामिल है.

ट्रेन कितने देर में मिलेगी और क्या रहेंगी टाइमिंग्स?

शुरुआत में हर 15 मिनट में एक ट्रेन मिलेगी. ट्रेन सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक चलेगी. दोनों दिशाओं में पहली ट्रेन द्वारा परिचालन सुबह 6 बजे शुरू होगा. दोनों दिशाओं के स्टेशनों से अंतिम ट्रेन रात 11 बजे प्रस्थान करेगी.

ADVERTISEMENT

कैसे मिलेगा रैपिड ट्रेन का टिकट?

रैपिड ट्रेनों के लिए टिकट का सिस्टम मेट्रो की तरह होगा. स्टेशनों पर टिकट काउंटरों, टिकट वेंडिंग मशीनों से टिकट खरीदा जा सकेगा. इसके अलावा नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) कार्ड जारी किए जाएंगे.

कितनी है ये इस योजना की लागत?

आपको बता दें कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ का रूट 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया जा रहा है.

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT