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मैनपुरी के सिकंदरपुर में मुस्लिम तादाद है ज्यादा... यहां लोगों को SIR में आई कोई दिक्कत? तौसीफ, साहिल, सलमान ने ये बताया

पुष्पेंद्र सिंह

मैनपुरी विधानसभा के सिकंदरपुर गांव में यूपी की एसआईआर प्रक्रिया को स्थानीय निवासियों ने पारदर्शी और सरल बताया. यूपी तक की टीम से बातचीत में लोगों ने प्रारंभिक चुनौतियों का जिक्र किया लेकिन बीएलओ और स्थानीय युवाओं की मदद से सभी फॉर्म जमा हो गए.

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UP Tak
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यूपी में चल रही एसआईआर प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक और सामाजिक तौर पर चर्चा तेज है. विपक्ष लगातर इस प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा है, वहीं स्थानीय लोग इसे पारदर्शी और सरल बता रहे हैं. इसी बीच यूपी तक की टीम मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में पहुंची और यहां के लोगों से एसआईआर प्रक्रिया को लेकर बात की. आपको बता दें कि सिकंदरपुर एक मुस्लिम बाहुल्य इलाका है. 

स्थानीय लोगों का अनुभव

यूपी Tak की टीम जब मैनपुरी के सिकंदरपुर गांव में पहुंची और स्थानीय लोगों से एसआईआर प्रक्रिया के अनुभव के बारे में बातचीत की. वहां लोगों ने  बताया कि प्रारंभिक दौर में कुछ चुनौतियां जरूर थीं, लेकिन उन्हें समुदाय और बीएएलओ की मदद से आसानी से हल किया गया.

जब यूपी Tak की टीम ने वहां मौजूद मोहम्मद तौसीफ से पूछा कि एसआईआर प्रक्रिया में कोई दिक्कत आई है या नहीं तो उनके जवाब में उन्होंने बताया कि “शुरुआत में कुछ कठिनाइयां आईं, क्योंकि ज्यादा फॉर्म होने की वजह से हर किसी के पास फॉर्म नहीं पहुंच पाए और जिन्हें मिले,वे उन्हें सबमिट करना नहीं जानते थे. लेकिन हमारे युवा लड़कों ने घर-घर जाकर फॉर्म पहुंचाए और बीएएलओ की मदद से प्रक्रिया पूरी की.” उन्होंने यह भी कहा कि कुछ फॉर्म थोड़े लेट जमा हुए, लेकिन इससे कोई बड़ी समस्या नहीं हुई.

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इसके बाद यूपी Tak की टीम ने मोहम्मद साहिल अली से सवाल किया कि उनके फॉर्म में कोई दिक्कत हुई या नही तो जवाब में उन्होंने कहा कि “हमारे पूरे परिवार का फॉर्म घर पर जाकर भरा और जमा किया गया. केवल आधार नंबर में मामूली सुधार की जरूरत थी, बाकी सब सही तरीके से भरे गए. बीएएलओ और महिला कर्मचारियों ने काफी मदद की.”

टीम ने सलमान कुरैशी बात की और पूछा कि आपके गांव में प्रक्रिया पूरी तरह फेयर तरीके से हो रही है या नहीं तो उन्होंने कहा कि “हां, ज्यादातर लोगों के फॉर्म जमा हो चुके हैं. जो बचा है, उसे घर-घर जाकर पूरा कर लिया जाएगा.”

जब टीम ने बाहर रहने वाले लोगों के वोट के बारे में सवाल किया तो साबिर अली ने बताया कि “अभी तक कोई दिक्कत नहीं आई. उनके माता-पिता का नाम रिकॉर्ड में आएगा. मैडम ने फॉर्म भरकर जमा करवा दिए. हमारे सभी परिवार परिवार के फॉर्म सही तरीके से जमा हो गए.” वहीं शाहिद अली से एसआईआर की टाइमिंग और पूरा काम होने के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि “यहां कोई समस्या नहीं है. बीएलओ और महिला कर्मचारी स्कूल में भी फॉर्म भरवा रहे हैं. लगभग सभी काम पूरा हो चुका है. थोड़ा बचा हुआ काम 11 तारीख तक पूरा कर लिया जाएगा.”

यहां नीचे देखिए यूपी Tak की खास वीडियो रिपोर्ट

विपक्ष की चिंता और समय सीमा

हालांकि समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने आरोप लगाया कि कुछ वोट काटे जा रहे हैं और प्रक्रिया में समय कम मिलने के कारण समस्याएं आ रही हैं.

स्थानीय कार्यकर्ताओं की भूमिका

स्थानीय लोगों ने बीएलओ और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका की सराहना की. उन्होंने बताया कि घर-घर जाकर लोग फॉर्म भरने और जमा करने में मदद कर रहे हैं. लगभग 80% काम पूरा हो चुका है और बाकी काम 11 तारीख तक पूरा हो जाएगा. 

मैनपुरी विधानसभा का संक्षिप्त आंकड़ा

स्थानीय जानकारी के अनुसार मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र में करीब 66,000 से अधिक वोट हैं जिनका रिकॉर्ड अभी तक नहीं मिला है. यह संख्या संभावित रूप से कट सकती है, लेकिन सिकंदरपुर के स्थानीय लोगों ने कहा कि उनके क्षेत्र में कोई समस्या नहीं है.

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