UP की सड़कों का रिएलिटी चेक: ‘धरना-प्रदर्शन के बाद भी सुनवाई नहीं’, संत कबीर नगर का हाल
उत्तर प्रदेश में सड़कों की खराब हालत का मुद्दा लगभग हर चुनाव से पहले उछलता रहा है. इस बीच अलग-अलग समय पर विपक्ष सरकारों को…
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उत्तर प्रदेश में सड़कों की खराब हालत का मुद्दा लगभग हर चुनाव से पहले उछलता रहा है. इस बीच अलग-अलग समय पर विपक्ष सरकारों को घेरता दिखा है, वहीं सरकारें अपने-अपने हिसाब से इस मुद्दे पर सुधार के दावे करती दिखी हैं. यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भी यही सिलसिला जारी है.
उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब तक के अपने करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल में कई बार प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की बातें कही हैं. अलग-अलग वक्त पर इसके लिए समयसीमाएं भी तय की गईं. अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव के पास आते ही योगी सरकार ने 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
मगर मौजूदा वक्त में राज्य की सड़कों का असल हाल क्या है, यही जानने के लिए यूपी तक सड़कों का रिएलिटी चेक कर रहा है. अब तक हम आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और हरदोई की सड़कों का हाल बता चुके हैं. अब पेश है संत कबीर नगर जिले की सड़कों का रिएलिटी चेक:
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जब हम संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद मेहदावल मार्ग पर पहुंचे तो यह सड़क खस्ताहाल दिखी. इसे लेकर रोशन सिंह नाम के शख्स ने बताया, ”10 साल से यह सड़क खराब है. काफी दिनों से ये रोड टूट गया है एकदम. जगह-जगह पर गड्ढे हैं. आए दिन एक्सीडेंट होते हैं, लोग गिरते हैं, चोट लगती है, कई लोग अपनी जान भी गंवा देते हैं.”
उन्होंने कहा, ”हमने इस सड़क की (हालत सुधारने की) मांग को लेकर काफी दिन तक धरना-प्रदर्शन भी किए हैं. कई पत्र भी लिखे गए, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.”
वहीं एक अन्य एक स्थानीय ने कहा कि विधायक और डीएम का इसी रोड से आनाजाना होता है, ”लेकिन उनके कानों में जूं तक नहीं रेंग रही कि हम गरीब जनता का क्या होगा.”
मेहदावल विधानसभा क्षेत्र के मेहदावल से धर्मसिंहवा थाना जाने वाले रास्ते भी इस कदर जर्जर हैं कि बारिश का मौसम बीत जाने के बाद भी सड़कों में पानी और बड़े-बड़े गड्ढे नजर आते हैं.
अगर बात धनघटा की करें तो खलीलाबाद मुख्यालय से धनघटा को जोड़ने वाली मुख्य सड़क करीब 15 किलोमीटर तक जर्जर हो चुकी है. यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन इसके बावजूद भी स्थानीय प्रशासन गड्ढों को भरने में नाकाम साबित हो रहा है.
सड़कों की खराब हालत को लेकर संत कबीर नगर की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि बारिश के मौसम में बहुत सारी सड़कों में गड्ढे हो गए हैं, अब गड्ढा मुक्ति अभियान के तहत हमारा प्रयास रहेगा कि सभी सड़कों के गड्ढे भर दिए जाएं.
वहीं लोक निर्माण विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रमेश राम ने कहा कि जनपद संत कबीर नगर में जो भी जर्जर सड़कें हैं, सबको चिह्नित कर लिया गया है, अब उनको सही करने का काम कराया जाएगा.
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