मां हीराबेन के हाथों से बनी उस एक कप चाय ने बदली बालक नरेंद्र की जिंदगी, जानें अनकही कहानी
पीएम मोदी की मां हीराबेन का शुक्रवार तड़के निधन हो गया. यूपी तक आज उनसे जुड़ी एक अनकही कहानी साझा कर रहा है. भाजपा के…
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पीएम मोदी की मां हीराबेन का शुक्रवार तड़के निधन हो गया. यूपी तक आज उनसे जुड़ी एक अनकही कहानी साझा कर रहा है.
भाजपा के सबसे उम्रदराज कार्यकर्ता भुलई भाई ने वो चाय वाली कहानी बताई है जिससे नरेंद्र मोदी ने PM नरेंद्र मोदी बनने का सफर तय किया.
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भुलई भाई के अनुसार, ‘बाला साहब देवरस का दौरा था. बालक नरेंद्र मोदी स्टेशन पर और आस-पास चाय बेचते थे.’
उन्होंने कहा, “उस वक्त के सरकार्यवाह बालासाहब देवरस ने चाय पीते हुए एक स्वयंसेवकों से पूछा कि ये चाय कहां से आई है?”
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भुलाई भाई के मुताबिक, बालसाहब देवरस को बताया गया कि नरेंद्र नाम का एक बालक चाय दे गया है और उसकी मां ही चाय बनाती है.
यह सुनकर बालासाहब देवरस ने कहा कि इस बच्चे की मां से कहो कि मैं उनके बच्चे को पढ़ाने के लिए नागपुर ले जाना चाहता हूं.”
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भुलई भाई भाई के अनुसार, मां हीराबेन को ये बात खुद बालक नरेंद्र मोदी ने बताई और इजाजत मांगी.
इसके बाद बाल नरेंद की मां ने पढ़ाई के नाम पर कहा- ‘जल्दी जाओ…जल्दी जाओ.’
भुलई भाई बताते हैं कि यही नरेंद्र मोदी का संघ के साथ पहला सम्पर्क था.
बाद में 1972 में नरेंद्र मोदी ने संघ में औपचारिक रूप से प्रवेश किया.
यह कहानी इस बात की गवाही देती है कि आपके जीवन की कौनसी घटना आपको कहां ले,जाए इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता.
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