28 मार्च को हुआ था माफिया मुख्तार का निधन, उस दिन अखिलेश यादव ने किससे की थी कॉल पर बात?

विनय कुमार सिंह

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अखिलेश यादव और मुख्तार अंसारी
अखिलेश यादव और मुख्तार अंसारी
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Mukhtar Ansari News: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी के परिजनों से मुलाकात करने के लिए रविवार को गाजीपुर पहुंचे और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अंसारी की मौत का सच सामने आएगा तथा परिवार को न्याय मिलेगा. वहीं, अखिलेश के मुख्तार अंसारी के घर से रवाना होने के बाद यूपी Tak ने गाजीपुर सांसद और यहां से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी (मुख्तार के बड़े भाई) से खास बातचीत की. खबर में आगे जानिए अफजाल अंसारी ने क्या-क्या बताया?

अफजाल अंसारी ने कहा, "मुख्तार अंसारी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने अखिलेश यादव घर आए थे. जिस दिन मुख्तार का निधन हुआ था, उस दिन भी उन्होंने फोन कर हाल चाल लिया था. इससे पहले भी खुशी के मौके पर अखिलेश यादव आ चुके हैं. फाटक पर मुलायम सिंह यादव एक बार और अखिलेश यादव दो बार आ चुके हैं. अखिलेश यादव के आने से हमें बल मिला और हमने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि संविधान विरोधी ताकतों से हम उनके साथ लड़ेंगे."

मुख्तार से लाखों अनुयाई थे: अफजाल

अफजाल ने कहा, "मुख्तार की कुर्बानी के बाद हमने शपथ ली है कि हमारे खानदान का एक बच्चा भी जीवित रहेगा तो इन जालिमों के खिलाफ गरीबों की मदद से अंतिम दम तक लड़ेगा. मुख्तार की मौत षड्यंत्र कर की गई और उसके लाखों अनुयाई थे. मुख्तार को अपराधी बताने वाले सिर्फ चंद लोग हैं."

बकौल अफजाल अंसारी, "मुख्तार के ऊपर, मेरे ऊपर कई हमले हुए, उसकी कोई जांच या चर्चा नहीं होती. अखिलेश यादव का गाजीपुर यहां आना एक बड़ा राजनीतिक संदेश था, जो जनता में चला गया है. भाजपा ने लोकसभा की टाइमिंग पर मुख्तार अंसारी को मरवा कर जो फायदा लेना चाहा था वो बैक फायर हो गया है. अब उसको जबरदस्त नुकसान होगा."

 

 

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया है. 2019 के चुनाव में अफजाल ने बसपा के टिकट पर भाजपा के मनोज सिन्हा को हराकर इस सीट से जीत दर्ज की थी.

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