जिस गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव संग हुई बदसलूकी, वहां चढ़ आया 'अहीर रेजीमेंट', पूरे बवाल का वीडियो सामने आया
Etawah Breaking News: अहीर रेजिमेंट की मांग करने वाले लोगों ने इटावा के दादरपुर गांव के बाहर पहुंचकर बवाल काटा. पुलिस को करनी पड़ी हवाई फायरिंग. यादव कथावाचकों के साथ मारपीट और बदसलूकी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है.
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Etawah Breaking News: इटावा में यादव कथावाचकों के साथ मारपीट और बदसलूकी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में अब एक बड़ी खबर सामने आई है. आपको बता दें कि मामले में कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के खिलाफ दर्ज हुई FIR के बाद दादरपुर गांव में हंगामे की सूचना सामने आई है. बताया जा रहा है कि अहीर रेजिमेंट की मांग करने वाले लोगों ने दादरपुर गांव के बाहर पहुंचकर बवाल काटा.
जानकारी मिली है कि पुलिस ने हुजूम को रोकने की कोशिश की. मगर आरोप है कि भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिस पर पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. हुजूम द्वारा पत्थरबाजी में पुलिस की गाड़ी भी टूटी है. इस घटना के बाद मौके पर पुलिस फोर्स मौजूद है.
मामले पर सामने आई अखिलेश की प्रतिक्रया
जब इस मामले को लेकर सपा चीफ अखिलेश से सवाल हुआ तो उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, "भाजपा के लोगो ने अटेक किया होगा. लेकिन अटैक करना ठीक नहीं है. मैं इसके विरोध में हूं."
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पुलिस ने यादव कथावाचकों पर के खिलाफ क्यों दर्ज की FIR?
आपको बता दें कि रेनू तिवारी नमक महिला के पति की शिकायत पर पुलिस ने ये कार्रवाई की है. पुलिस ने कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत कुमार यादव के खिलाफ फर्जी आधार कार्ड, धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने दोनों के ऊपर बीएनएस की धारा 299, 318(4), 319 (2), 336(3), 338, 340 (2) के तहत केस दर्ज किया है.
रेनू तिवारी ने लगाए थे ये आरोप
बता दें कि इससे पहले परीक्षित महिला रेनू तिवारी ने कथा वाचक और सहयोगी के खिलाफ छेड़खानी का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि जब वह कथावाचक और उनके सहयोगी को पहले दिन का भोजन करवा रही थीं, उस समय कथा वाचक ने उनकी उंगली पकड़ी और उनके साथ बदतमीजी करने की कोशिश की और छेड़खानी की.
अब परीक्षित परिवार का आरोप है कि कथा वाचकों ने अपनी असल पहचान छिपा उन्हें धोखे में रखा और उनके साथ फर्जीवाड़ा किया. दोनों ने अपने आधार कार्ड में नाम और जाति बदली और उनकी आस्था को ठेस पहुंचाई. पुलिस ने कथा वाचक और उनके सहयोगी के खिलाफ फर्जी आधार कार्ड, धोखाधड़ी के मामले में ही केस दर्ज किया है.
बता दें कि यादव कथा वाचकों के साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेज दिया है. अब पुलिस ने कथा वाचक और उसके सहयोगी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है.