फिरोजाबाद: अब गांवों तक पसरा जानलेवा बुखार, 100 शैय्या अस्पताल में 400 मरीज, लग रहे नए बेड
फिरोजाबाद में बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले के राजकीय मेडिकल कॉलज के 100 शैया अस्पताल में इस समय 400…
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फिरोजाबाद में बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले के राजकीय मेडिकल कॉलज के 100 शैया अस्पताल में इस समय 400 से ज्यादा बच्चे भर्ती हैं. अस्पताल में अतिरिक्त बेड लगाने के बाद भी अब नए मरीजों के लिए जगह नहीं बची है. खबर के मुताबिक, हालात इतने खराब हैं कि एक ही बेड पर दो बच्चों का इलाज किया जा रहा है. दूसरी ओर फिरोजाबाद के गावों में भी इस बुखार ने अपने पैर पसार लिए हैं. गांव में स्वास्थय सेवाएं बेहतर न होने के चलते लोग अपने बच्चों का घर पर ही चारपाई डालकर इलाज कर रहे हैं.
विस्तार से पढ़िए पूरी रिपोर्ट
बढ़ते मरीज और कम बेड होने की समस्या को दूर करने के लिए अब एक अलग बिल्डिंग में 150 बेड लगाए जा रहे हैं, जिनमें से 40 बेड शुकवार रात तक लगा दिए गए थे.
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डीएम चंद्र विजय सिंह ने बताया कि इस नई बिल्डिंग में मरीजों को भर्ती किया जाएगा.
नई बिल्डिंग में काम कर रहे ठेकेदार करन वर्धन ने बताया, “हम बेड इंस्टॉलेशन का काम कर रहे हैं. नए बेड आ चुके हैं. हमें 150 बेड इंस्टॉल करने हैं अब तक हम 40 बैड तैयार कर चुके हैं.”
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गांव-देहात में फैल रहा बुखार, नहीं मिल पा रहे मरीजों के सही आंकड़े
फिरोजाबाद जिले में फैला बुखार अब देहाती इलाकों में भी पहुंच गया है. बुखार आने पर लोग अस्पताल जाने के बजाय अपने आसपास के निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं. कई मरीजों के तीमारदार उन्हें आगरा, अलीगढ़ समेत अन्य जगहों पर ले जा रहे हैं. इसके चलते स्वास्थ्य विभाग को मरीजों और मृतकों का सही आंकड़ा भी नहीं मिल पा रहा है.
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मिली जानकारी के अनुसार, शिकोहाबाद कस्बे के आरोज, नगला बलुआ शाहजलपुर, नगला प्रभु गोबिंदपुर गांव में ज्यादा मरीज हैं.
चारपाई पर चल रहा इलाज, अस्पताल में नहीं मिल रही जगह
शिकोहाबाद के आरोज गांव के किसान राम महेश और अशोक ने बताया कि इस गांव में सैकड़ों की संख्या में बच्चों को बुखार आया है और उनका घर पर ही चारपाई पर इलाज चल रहा है.
उन्होंने आगे बताया, “डॉक्टर जो दवाई दे रहे हैं, वही हम खिला रहे हैं क्योंकि जिला अस्पताल में तो मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. ग्रामीणों को सबसे बड़ी दिक्कत अब आ रही है.”
जानिए आरोज गांव के कौशल किशोर और प्रतिमान ने क्या बताया?
आरोज गांव के रहने वाले कौशल किशोर बताते हैं, “गांव में करीब 900 बच्चे बीमार हैं, यह नहीं मालूम कि बीमारी क्या है.”
वहीं, प्रतिमान ने कहा उनके बच्चे को पेट में दर्द हुआ था. इसके बाद आगरा के अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
ग्रामीणों में कोरोना की तीसरी लहर का भी डर
आरोज गांव के एडवोकेट बी.एल. यादव कहते हैं, “यह मेरा पैतृक गांव है, मैं यहां 1 साल से रह रहा हूं. यहां पर स्थिति बहुत ज्यादा खराब है. यह कोरोना की तीसरी लहर लग रही है. गांव में लगभग 1200 लोग बीमार हैं, जिनमें से 200 एडमिट हैं. यहां पर करीब 15 लोग खत्म हो चुके हैं. कल ही 2 लोगों की मौत हुई थी.”
फिरोजाबाद में 1 माह तक कूलर में पानी डालने पर लगा प्रतिबंध
लखनऊ से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य डॉ. सुदेश कुमार ने बताया, “यहां पर हमने पूरा सर्वे किया है. जो मच्छर मिला है वह पानी और गंदगी में मिला है, इसलिए यहां के जिलाधिकारी ने अगले 1 महीने के लिए कूलर में पानी डालने पर प्रतिबंध लगा दिया है.”
निरीक्षण में डेंगू और अन्य मच्छरों के लारवा मिले
भारत सरकार और उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजी गई टीम ने शुक्रवार को अब्बास नगर, सुहागनागर समेत कई इलाकों का निरीक्षण किया. डॉ. सुदेश कुमार ने बताया कि उन्हें बहुत सी जगह डेंगू और अन्य मच्छरों का लारवा मिला. इसलिए अब जल्द परीक्षण करने की आवश्यकता है, ताकि यह पता चल सके कि यह मच्छर के काटने से किस तरह की बीमारी हो रही है. उन्होंने आगे बताया कि नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया जाएगा कि इस एरिया में बहुत सारे लारवा मिले हैं और यहां पर एंटी लारवा के छिड़काव की जरुरत है.
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