जेवर एयरपोर्ट से विस्थापित गांव के किसानों ने यमुना प्राधिकरण के खिलाफ किया प्रदर्शन
ग्रेटर नोएडा में जेवर एयरपोर्ट भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है. माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जेवर एयरपोर्ट…
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ग्रेटर नोएडा में जेवर एयरपोर्ट भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है. माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जेवर एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट की उड़ान भर लेगी. एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण के दूसरे फेज का काम शुरू हो गया है. वहीं विस्थापन से संबंधित अपनी मांगों को लेकर जेवर के किसानो ने यमुना प्राधिकरण के दफ्तर पर जमकर हंगामा किया है.
जेवर एयरपोर्ट निर्माण कार्य का काम तेजी से शुरू हो चुका है. 2024 में अब कुछ ही महीने बाकी है. ऐसे में सरकार अपने वादे अनुसार जनवरी 2024 तक एयरपोर्ट से उड़ान शुरू कर देना चाहती है. इसी कारण एयरपोर्ट के लिए दूसरे फेस के जमीन अधिग्रहण को लेकर काम शुरू हो चुका है.
दूसरे फेज में कई गांव को विस्थापित किया जाना है. उन्हीं में से एक रनैरा गांव के लोग विस्थापन से संबंधित अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने शुक्रवार को यमुना प्राधिकरण के दफ्तर पर धावा बोल दिया. प्राधिकरण के गेट पर ही बैठ कर सैकड़ों किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया.
किसानों की मुख्य मांगे हैं कि उन्हें जिस जगह स्थापित किया जा रहा है वहां विस्थापित ना करके मॉडलपुर गांव के पास स्थापित किया जाए, क्योंकि एयरपोर्ट के आसपास के अन्य विस्थापित गांव वहीं बसाए गए हैं, जिससे कि आने वाले समय में उनका सामाजिक ताना-बाना बना रहे. इसके अलावा जहां भी उन्हें विस्थापित किया जाए. वहां उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी, सड़क, बिजली शमशान दी जाए.
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रनैरा गांव के किसान कुमार शर्मा ने बताया कि उनकी मांग विस्थापन को लेकर है. सरकार के द्वारा उन्हें फ्लेदा कट के पास स्थापित किया जा रहा है, जो जगह उनके लिए ठीक नहीं है. गांव के 90 परसेंट लोग चाहते हैं कि मॉडलपुर के पास विस्थापित किया जाए. साथ ही उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं दी जाए, जितनी उनकी जमीन गई है उतनी ही उन्हें जमीन दी जाए. इसके अलावा उन्हें कार्ड बनाकर दिया जाए. इसके अलावा विधायक के द्वारा 5100 रुपए मुआवजे की बात की गई थी, लेकिन 3100 रुपये दिया जा रहा है.
बता दें कि जेवर एयरपोर्ट एयरपोर्ट का शिलान्यास यूपी विधानसभा चुनाव से पहले 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बात को कह चुके हैं कि जमीन अधिग्रहण के लिए खून खराबा हुआ करता था, लेकिन एयरपोर्ट का जमीन अधिग्रहण बिल्कुल शांति से हुई.
हाल ही में जेवर विधायक ठाकुर देवेंद्र सिंह और जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने जेवर के किसानों से वार्तालाप भी किया था. वार्तालाप के बाद दूसरे फेज के जमीन अधिग्रहण के लिए मुआवजे के रेट को बढ़ाया था.
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