प्रिय बेटा बड़कू, किस मजबूरी में मां ने मुंह खोला... बड़े बेटे शिवराज के आरोपों पर राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ये क्या बता गईं!
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता राजा भैया के घर में मचा पारिवारिक बवाल दिन-ब-दिन तीखा होता जा रहा है. पहले मामला राजा भैया और भानवी सिंह तक ही संबंधित था पर अब राजा भैया के दोनों बेटे शिवराज प्रताप सिंह और बृजराज भी इस विवाद में एंट्री ले चुके हैं.
ADVERTISEMENT

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता राजा भैया के घर में मचा पारिवारिक बवाल दिन-ब-दिन तीखा होता जा रहा है. पहले मामला राजा भैया और भानवी सिंह तक ही संबंधित था पर अब राजा भैया के दोनों बेटे शिवराज प्रताप सिंह और बृजराज भी इस विवाद में एंट्री ले चुके हैं. दोनों बेटों ने मां-पिता के बीच के इस झगड़े में पिता का पक्ष लेते हुए अपनी मां को पहले ही गलत ठहराया था. इस बीच भानवी सिंह ने जब बुधवार को एक्स पर कुछ नए वीडियो और आरोप पोस्ट कर दिए तो बड़े बेटे शिवराज का एक नया एक्स पोस्ट सामने आ गया. इस पोस्ट में शिवराज ने एक वीडियो भी लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि इस वीडियो में भानवी सिंह हैं जो चप्पल चला रही हैं. अब बेटे का ये नया पोस्ट सामने आने के बाद भानवी सिंह ने एक और एक्स पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने बेटों की कथित एक पुरानी तस्वीर भी लगाई है और दावा किया है कि उनके साथ दोनों बेटों को भी घर से निकाला गया था.
भानवी सिंह ने इस पोस्ट में इमोशनल तरीके से और बेटे को निशाना बनाते हुए अपनी बात रखी है. भानवी सिंह ने बेटे को संबोधित करते हुए कहा है कि पूत कपूत सुने हैं पर माता कुमाता नहीं सुनी गई है. उन्होंने इमोशनल होकर लिखा कि एक मां ने मजबूरी में अपना मुंह खोला है. उन्होंने ये भी कहा कि उनके बेटे करियर और सुख के लिए उनके खिलाफ हैं और राजा भैया के साथ दे रहे हैं. भानवी ने शिवराज को प्रिय बेटा बड़कू कहते हुए संबोधित किया है और कहा कि वो चाहती हैं कि दुनिया के सारे सुख उनके बेटों को मिलें लेकिन कोई ये न कहे कि उनके बेटे नालायक हैं.
भानवी सिंह ने फिर से लगाए ये आरोप, नई एक्स पोस्ट को 5 पॉइंट में समझिए
भानवी सिंह ने अपनी नई पोस्ट में कुछ पुराने आरोपों को दोहराते हुए नए आरोप लगाए हैं. इसके अलावा अपने पिता के कुछ वीडियो और बेटों की कथित पुरानी तस्वीर भी पोस्ट की है. इन आरोपों को यहां नीचे 5 पॉइंट में समझते हैं.
यह भी पढ़ें...
⦁ भानवी सिंह ने राजा भैया पर अपनी साली (भानवी की बहन) के साथ अवैध संबंध और दोनों बहनों का जीवन बर्बाद करने का आरोप लगाया.
⦁ अपने पति द्वारा घरेलू हिंसा, बहन से पिटाई और पिता द्वारा उस घटना की पुष्टि वाले वीडियो सार्वजनिक करने की बात कही.
⦁ राजा भैया के माता-पिता द्वारा उनके अपराधों से तंग आकर उनके अंतिम संस्कार तक न करने की बात कहने जैसे दावे किए हैं.
⦁ राजा भैया पर अवैध हथियारों की मौजूदगी और आपराधिक गिरोह से संबंध रखने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
⦁ खुद और बच्चों को घर से निकालने, सड़क पर रात बिताने के लिए मजबूर करने और आगे और साक्ष्य सार्वजनिक करने की बात कही है.
उनके इस एक्स पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है.
शिवराज ने नए पोस्ट में लिखा था- माता जी की भाड़े की ‘ट्रोल सेना’ हमें ‘दूध का कर्ज़’ याद दिलाने का प्रयास करेगी
आपको बता दें कि भानवी सिंह का ये नया पोस्ट अपने बड़े बेटे शिवराज के दूसरे एक्स पोस्ट के जवाब में आया है. भानवी सिंह ने बुधवार को जब एक्स पर नई तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए, तो शिवराज ने एक दूसरा एक्स पोस्ट किया. शिवराज ने लिखा कि वो नहीं चाहते कि उन्हें इस मामले में दूसरा पोस्ट करना पड़े. इस नई पोस्ट में शिवराज ने मुख्य रूप से ये आरोप लगाए हैं-
⦁ भानवी सिंह पर सोशल मीडिया के जरिए सनसनी फैलाने और 'paid ट्रोल सेना' के सहारे चर्चा बटोरने का आरोप लगाया गया है.
⦁ उन्हें कोर्ट में कई बार जज द्वारा फटकार लगाने, अनुचित व्यवहार करने और बार-बार बेइज्जत होने की बात कही गई है.
⦁ नाना-नानी की पूरी संपत्ति अकेले हथियाने और इन्हीं संपत्तियों को लेकर अपने माता-पिता (नाना-नानी) पर हिंसक हमला करने का आरोप है.
⦁ राजा भैया के पिता (बाबा) को दहेज लोभी और सम्मानहीन बताने, व साथ ही झूठी एफआईआर में दादी को भी दोषी ठहराने का आरोप है.
⦁ उन्होंने वृद्ध और बीमार नानी पर जूतों से हमला करने, मुकदमे को धन उगाही/गुंडा टैक्स बनाने व कोर्ट के दस्तावेज़ और वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
शिवराज के इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां क्लिक कर देखा जा सकता है
भानवी सिंह और राजा भैया की पारिवारिक लड़ाई में बच्चों की एंट्री होने पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. लोग दोनों पक्षों के सपोर्ट और खिलाफ भी बोल रहे हैं. अब ये देखना होगा कि आखिर इस लड़ाई का पटाक्षेप कहां जाकर होता है.