पुलिस की पिटाई के बाद गाजीपुर में जिस BJP कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की हुई मौत उनके परिवार से मिले CM योगी, क्या बात हुई?
मुख्यमंत्री आवास पर बीजेपी एमएलसी विशाल सिंह चंचल की अगुवाई में सियाराम उपाध्याय के बुजुर्ग पिता और भाई ने मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है.
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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस की पिटाई के बाद बीजेपी कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की मौत के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है. एक तो भारतीय जनता पार्टी को गाजीपुर इलाके में अपने कार्यकर्ताओं के रोष का सामना करना पड़ रहा है, वहीं अखिलेश यादव भी इस मामले को जोरशोर से उठा रहे हैं. इस बीच योगी सरकार इस मामले में डैमेज कंट्रोल मोड में है. पहले तो मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया और अब खुद सीएम योगी ने मृतक कार्यकर्ता के परिजनों से मुलाकात की है. ये मुलाकात गाजीपुर से बीजेपी एमएलसी विशाल सिंह चंचल की अगुवाई में हुई है.
मुख्यमंत्री आवास पर बीजेपी एमएलसी विशाल सिंह चंचल की अगुवाई में सियाराम उपाध्याय के बुजुर्ग पिता और भाई ने मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है. सीएम से मुलाकात करने के बाद बाहर आए मृतक के भाई और पिता ने यूपी Tak से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि किसी भी दोषी को इस मामले में बख्शा नहीं जाएगा. एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि गाजीपुर में 9 सितंबर की देर रात को नोनहरा थाना में पुलिसिया लाठीचार्ज में एक दर्जन लोग घायल हुए थे. 11 सितंबर की सुबह घायल सियाराम उपाध्याय की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद भाजपा के अंदर असंतोष बढ़ गया. पुलिसवाले फौरी तौर पर सस्पेंड हुए लेकिन लोगों की नाराजगी बनी रही. इस बीच सपा चीफ अखिलेश यादव ने मृतक के नाराज भाई शशिकांत उपाध्याय का एक वीडियो X पर पोस्ट किया. हालांकि इसके बाद नाराज भाई ने मीडिया को सफाई भी दी कि उन्हें सीएम योगी से ही न्याय की उम्मीद है. इसके बाद सोमवार को मृतक के बड़े भाई शशिकांत और पिता गिरजा उपाध्याय ने MLC विशाल सिंह के साथ सीएम योगी से मुलाकात की है.
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इस मामले में विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार में कहीं एबीवीपी के छात्र पीटे जाते हैं तो कहीं भाजपा के कार्यकर्ता की पिटाई से मौत हो जाती है. इस पर बीजेपी एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने कहा कि, 'विपक्ष के पास कोई काम नहीं है वह सिर्फ संवेदनशील मुद्दों मामलों में भी राजनीति करती है. समाजवादी पार्टी अपने गिरेबान में झांक कर देखें. जब मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ ठंड में बच्चे मर रहे थे तो सैफई महोत्सव में ये लोग नाच देख रहे थे.'