चित्रकूट: चुराई गई मूर्तियों को चोरों ने वापस छोड़ा, पत्र लिखकर बताई चौंकाने वाली वजह

संतोष बंसल

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

भगवान राम की साधना स्थली के रूप में मशहूर उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी चित्रकूट में एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है. चित्रकूट के जिला मुख्यालय कर्वी से सटे तरौंहा कस्बे में स्थित बालाजी मंदिर से चोरों ने एक सप्ताह पहले मूर्तियां चोरी कर ली थीं.

चोर मंदिर का ताला तोड़कर सोलह मूर्तियां चुरा ले गए थे, लेकिन हफ्तेभर बाद वह चौदह मूर्तियां वापस रख गए. चोरों ने पत्र लिखपर मूर्तियां वापस किए जाने का कारण भी बताया है.

चित्रकूट को मंदिरों का इलाका कहा जाता है. पौराणिक महत्व की इस धर्मस्थली के हर मोहल्ले में किसी न किसी देवी देवता का कोई मंदिर बना हुआ है. मंदिरों में स्थापित प्राचीन मूर्तियों पर चोरों की निगाहें लगी रहती हैं. चित्रकूट के जिला मुख्यालय कर्वी से लगे तरौंहा कस्बे में स्थित बालाजी मंदिर से चोरों ने एक सप्ताह पहले सोलह मूर्तियां चोरी कर ली थी. वहीं हफ्ते भर बाद चोर न सिर्फ चौदह मूर्तियां वापस रख गए.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

जब महंत रामबालक दास को घर के दरवाजे पर फंसाया गया एक पत्र मिला और सामने ही बोरी में भरकर रखी गयीं मूर्तियां दिखाई दी. उनकी खुशी का कोई ठिकाना न रहा. चोरों ने पत्र में लिखा है कि प्रिय महंत जी आपकी सम्पत्ति ले जाने के बाद हमें डरावने सपने आने लगे. हमारा नुकसान होने लगा. हमने जो सपने देखे थे उसी अनुसार आप का पता लगाकर आप की सम्पत्ति आपके घर पर रख दी है. निवेदन है की आप वहीं स्थापित कर दें. महान दया होगी.

पत्र और मूर्तियां मिलने के बाद फिलहाल महंत रामबालक दास ने मूर्तियां पुलिस को सौंप दी हैं. चोरी की गयी अष्ट धातु की कीमती मूर्तियां पुलिस अभी बरामद नहीं कर पाई है. चित्रकूट के अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार राय का कहना है कि महंत द्वारा दी गई तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. चोरी की गयीं सोलह मूर्तियों में से चौदह मूर्तियां मिल चुकी हैं. इस सम्बंध में गहराई से विवेचना चल रही है. शीघ्र ही घटना का खुलासा किए जाने का प्रयास किया जाएगा.

ADVERTISEMENT

रिपोर्ट: संतोष बंसल

चित्रकूट: न बालू का इस्तेमाल न कंक्रीट का, PMGSY में नई तकनीक से बन रही सड़क, लागत भी कम

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT