बागपत: ट्रेन की छत पर हाई वोल्टेज करंट के खतरे के बीच यात्रा कर रहे लोग, वीडियो वायरल
बागपत में दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग पर जान जोखिम में डालकर ट्रेन की छत पर यात्रा करने का एक वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है.…
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बागपत में दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग पर जान जोखिम में डालकर ट्रेन की छत पर यात्रा करने का एक वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में (ओएचई) इलेक्ट्रिक लाइन होने के बावजूद यात्री ट्रेन की छत पर यात्रा करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जान हथेली पर लेकर यात्रा करने के पीछे वजह रूट पर ट्रेनों का पर्याप्त नहीं होना बताया जा रहा है. वहीं रेलवे अधिकारी का कहना है कि चेतावनी देने के बाद भी यात्री नहीं मानते हैं.
दरअसल रेल यात्रियों का खतरे में सफर का ये खतरनाक वीडियो दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग पर खेकड़ा के पास का बताया जा रहा है. जिसमें यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन की छत पर बैठकर यात्रा कर रहे हैं. वायरल वीडियो में जिस ट्रेन कि छत पर यात्री बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं. उन यात्रियों के ऊपर से इलेक्ट्रिक लाइन के तार भी दिखाई दे रहे हैं. ऐसे मे कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है.
यात्रियों का ट्रेन की छत पर बैठकर यात्रा करने के पीछे इस रूट पर ट्रेनों कि संख्या कम होना बताया जा रहा है, क्योंकि इस रूट से हजारों कि संख्या मे यात्री दिल्ली और नोएडा नौकरी करने के लिए रोजाना जाते हैं और ट्रेनों कि संख्या कम है इसकी वजह से यात्रियों को जान जोखिम मे डालकर यात्रा करना पड़ रहा है. रूट पर ट्रेनों कि संख्या बढ़ाने के लिए क्षेत्र के लोग अधिकारियों और सांसद से भी कह चुके हैं और कोरोना काल मे बंद हुई ट्रेनों को संचालित करने की भी मांग कर चुके हैं.
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वहीं खेकड़ा स्टेशन मास्टर का कहना है कि जब हम ट्रेन चलाते हैं तब छत पर कोई नहीं होता है. पर हा हो सकता है कि बाद में लोग चढ़ जाते हो पर हां ट्रेन में भीड़ होती है. ये यात्री गाड़ियों कि संख्या मे कमी का कारण है. प्रशासन से ये मांग कि जा रही है कि अतिरिक्त ट्रेन चलाई जाए और वहां से आश्वासन भी मिला है. हम ये प्रयास करते है कि ट्रेन चलने से पहले कि कोई भी ट्रेन के ऊपर यात्रा न करें तभी हम ट्रेन को चलाते हैं. ऐसा नहीं करने के लिए हम अनाउंस कर सूचित करते हैं कि ऐसा न करें ये गलत है.
दरअसल आपको बता दें कि दिल्ली-शामली वाया सहारनपुर रेल मार्ग व्यस्ततम मार्ग है. कोरोना काल से पहले इस पर 24 ट्रेन अप और डाउन चल रही थीं. वर्ष 2020 के मार्च में देश में कोरोना का प्रकोप होने पर इन सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया था. साथ ही मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए इलेक्ट्रिक लाइन लगाने का काम शुरू कर दिया गया था. वर्ष 2022 के शुरू में इलेक्ट्रिक लाइन लगाने का काम पूरा होने के बाद मार्ग पर 4 ट्रेन चलाई गईं. यह ट्रेन सहारनपुर शामली बागपत और गाजियाबाद के यात्रियों की संख्या के मुकाबले ऊंट के मुंह में जीरे के समान ही है.
इन चारों जिलों के 10 हजार से अधिक लोग दिल्ली और नोएडा आदि शहरों में नौकरी करते हैं. वह रोजाना सुबह के समय दिल्ली और नोएडा जाते हैं. शाम को वहां से ट्रेनों के माध्यम से वापस लौटते हैं. जिससे मार्ग पर चलने वाली तीनों ट्रेनों में यात्रियों की इस कदर भीड़ हो जाती है कि कोच में पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती है. इसी मार्ग की एक ट्रेन का वीडियो वायरल हुआ है. इसमें यात्री जान जोखिम में डालकर ट्रेन की छत पर बैठे दिखाई पड़ रहे हैं. वीडियो खेकड़ा के आसपास का बताया जा रहा है.
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