मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद अब अरविंद यादव की दो कहानी आई सामने, पुलिस और परिवार के अलग दावे
Sultanpur Loot Case : पिछले कुछ दिनों लगातार खबरों की सुर्खियां बन रहे सुलतानपुर लूट कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. सुल्तानपुर जिले में करीब दो हफ्ते पहले सर्राफा कारोबारी के यहां हुई लूट के मामले में पुलिस ने बुधवार को एक-एक लाख के चार इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया.
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Sultanpur Loot Case : पिछले कुछ दिनों लगातार खबरों की सुर्खियां बन रहे सुलतानपुर लूट कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. सुल्तानपुर जिले में करीब दो हफ्ते पहले सर्राफा कारोबारी के यहां हुई लूट के मामले में पुलिस ने बुधवार को एक-एक लाख के चार इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया. साथ ही पुलिस ने इन बदमाशों के पास से 2 किलो 700 ग्राम के सोने के जेवरात बरामद किए. वहीं पुलिस ने बुधवार को जिन चार बदमाशों को गिरफ्तार किया उसमें आजमगढ़ के अरविंद यादव का नाम भी शामिल था. हालांकि अरविंद यादव के परिवार ने यूपी TAk से बात करते हुए एक अलग ही कहानी बताई थी.
पुलिस ने बताई ये कहानी
पुलिस ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए ये जानकारी दी कि सुलतानपुर लूट कांड में शामिल चार और बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए बदमाशों में विवेक सिंह, दुर्गेश सिंह, अरविन्द यादव और विनय शुक्ला शामिल हैं. इस चारों आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को अमेठी से गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक इनकी गिरफ्तारी मास्टरमाइंड विपिन सिंह की निशानदेही पर हुई है. हालांकि यूपी Tak ने इससे पहले अरविंद यादव के परिजनों से बात की थी. परिवार का दावा था कि पुलिस कई दिन पहले ही इन्हें उठा चुकी है और अब बुधवार को पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की बात मानी. ऐसे में अब सवाल उठता है कि परिजनों के दावे को सही माने तो पुलिस इतने दिनों तक अरविंद यादव की गिरफ्तारी को क्यों छिपाती रही?
अरविंद यादव के परिवार ने किया था ये दावा
अरविंद यादव की बेटी अंशिका ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि, 'हमलोगों को कुछ नहीं पता था वो खेत में काम कर रहे थे और उसी दौरान कुछ लोग आए और पापा को उठा कर ले गए. हमारे परिवार को इस बात का पता भी दूसरों से चला. मेरे पिता बेकसूर हैं उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है. मेरे पिता ने ऐसा कुछ भी किया नहीं है.' वहीं अरविंद यादव की बेटे ने कहा कि, 'जिस तरह से सुल्तानपुर लूट कांड में जोड़कर उनके पिता को उठाया गया है, उन्हें डर है कि हीं उनका भी एनकाउंटर ना हो जाए. जबकि उनका इस घटना से कोई भी लेना देना नहीं है. जिन दिन सुल्तानपुर में लूट की घटना को अंजाम दिया गया उस दिन वह खुद घर पर रहकर खेती किसानी का कार्य कर रहे थे.'
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अरविंद यादव के परिवार के लोगों ने बताया कि, 'एक हफ्ते पहले अरविंद यादव को पुलिस ने घर से बुलाकर सुल्तानपुर के थाने में रखा है, जहां पर हम लोग पहुंचे तो मुलाकात भी हुई थी. लेकिन अब पुलिस उनकी कोई जानकारी नहीं दे रही है.'वहीं परिवार के दावे के बाद अब पुलिस ने भी अरविंद यादव की गिरफ्तारी की जानकारी दी और बताया कि अरविंद यादव को बुधवार को अमेठी के पास से गिरफ्तार किया गया.
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