UP News: उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आ रही है. कन्नौज से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रत पाठक के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है. भाजपा सांसद पर पुलिस के साथ मारपीट करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. सुब्रत पाठक पर आरोप है कि उन्होंने उन्नाव पुलिस के साथ मारपीट की है, जिसके बाद कन्नौज शहर कोतवाली में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है.
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बता दें कि भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के खिलाफ आईपीसी धारा 147/148/332/353/504/506/427/225 के साथ 7 CLA में केस दर्ज किया गया है.
क्या है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, उन्नाव की औरास पुलिस अपहरण के एक मामले में अपहृत को छुड़ाने के लिए कन्नौज पहुंची. इस दौरान कन्नौज पुलिस के सहयोग से उन्नाव पुलिस ने अपहणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था.
आरोप है कि भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के समर्थकों ने पुलिस अभिरक्षा से अपहरणकर्ताओं को छुड़ाने की कोशिश की. पुलिस टीम ने जब इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई. इस मामले में कन्नौज शहर कोतवाली के चौकी प्रभारी मंडी की तहरीर पर भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
अखिलेश बोले- जनता पूछ रही कब होंगे गिरफ्तार
समाजवादी पार्टी के चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मामले पर सुब्रत पाठक और भाजपा पर निशाने पर लिया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “आज की ताज़ा ख़बर: पुलिसवालों ने की कन्नौज के भाजपा सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफ़आईआर. जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ़्तार?”
पूरे मामले पर क्या बोले भाजपा सुब्रत पाठक
भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने इस पूरे मामले पर बताया, मुझें जानकारी मिली है कि कन्नौज पुलिस के द्वारा मेरे खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया गया है. दरअसल पुलिसकर्मी हमारे कार्यकर्ता समुद्र श्रीवास्तव के साथ मारपीट कर रहे थे. आरोपी पुलिसकर्मियों ने पार्टी कार्यकर्ता दीपशिखा के साथ भी अभद्रता की और छेड़छाड़ की.
भाजपा सांसद ने आगे बताया कि इस सूचना पर मैं जब मौके पर पहुंचे तो मैंने एसपी कन्नौज से वार्ता कर सभी को छुड़ाया. इस दौरान धमकी दी गई कि अगर कोई कानूनी कार्रवाई की तो झूठे मुकदमे में जेल भेज देंगे. मुझे ये भी जानकारी मिली है कि पिछले दिनों नगर निकाय के चुनाव में कन्नौज एसपी के द्वारा खुलेआम बहुजन समाज पार्टी की मदद की गई थी. इसकी शिकायत मैंने खुद मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव से की थी. इसकी जानकारी शायद एसपी कन्नौज को हो गई थी और इस बात का जिक्र कई जगह भी किया और मेरे लिए अभद्र शब्दों का भी प्रयोग किया. मुझें लगता है कि इसी वजह से मेरा नाम इस केस में शामिल किया गया है.
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