मुरादाबाद में सोमवार देर शाम पुलिस और मेरठ एसटीएफ यूनिट ने कार्रवाई करते हुए दो कुख्यात बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया. मारे गए बदमाशों की पहचान आसिफ उर्फ टिड्डा और दीनू के रूप में हुई है. दोनों पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे संगीन अपराधों के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे. इस मुठभेड़ के दौरान एसएसपी सतपाल अंतिल और मेरठ एसटीएफ के एएसपी की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली धंस गई जिससे दोनों अधिकारी बाल-बाल बचे.
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पहले बदमाशों ने शुरू की फायरिंग
मुरादाबाद मुठभेड़ की ये घटना थाना क्षेत्र के गोट रेलवे स्टेशन के पास हुई है. यहां पुलिस टीम ने दोनों बदमाशों को घेर लिया. खुद को चारों तरफ से घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की जिसके जवाबी कार्रवाई में आसिफ और दीनू को गोली लगी. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटनास्थल से पुलिस ने एक कार, एक कार्बाइन 30 बोर, तीन पिस्टल 32 बोर और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
एसएसपी और एसटीएफ अधिकारी बाल-बाल बचे
मुठभेड़ के दौरान एसएसपी सतपाल अंतिल और मेरठ एसटीएफ के एएसपी की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली धंस गई जिससे दोनों अधिकारी बाल-बाल बचे. मेरठ के रसीद नगर का रहने वाला आसिफ उर्फ टिड्डा मूल रूप से गाजियाबाद का रहने वाला था. आसिफ ने आठवीं तक की पढ़ाई के बाद ही अपराध की राह पकड़ ली और अपना गिरोह बना लिया. आसिफ के उसके खिलाफ मेरठ, मुज़फ्फरनगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में 65 से अधिक मुकदमे दर्ज थे. साल 2013 में थाना ब्रहमपुरी पुलिस ने आसिफ को हिस्ट्रीशीटर 74-A घोषित किया था. इसके अलावा उसपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह हरियाणा में हुई डकैती के बाद से फरार चल रहा था.
वहीं दूसरा बदमाश दीनू मेरठ के थाना सरूरपुर क्षेत्र के खिवाई गांव का रहने वाला था. वह हिस्ट्रीशीटर नंबर 298A/2009 था. दीनू पर 25 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. दीनू पर रतनपुरी (मुज़फ्फरनगर) की 2020 की अपहरण-हत्या और डकैती की सनसनीखेज वारदात में भी कार्रवाई चल रही थी. इस कारण उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
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