UP निकाय चुनाव 2022: लखनऊ मेयर चुनाव को लेकर BJP तैयारियां में जुटी, बनाया ये प्लान

कुमार अभिषेक

• 05:39 AM • 29 Nov 2022

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नगर निकाय चुनाव (UP Nagar Nikay Chunav) करीब हैं. निकाय चुनावों को लेकर सियासी दलों ने भी अपनी-अपनी तैयारियां तेज…

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नगर निकाय चुनाव (UP Nagar Nikay Chunav) करीब हैं. निकाय चुनावों को लेकर सियासी दलों ने भी अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. नगर निकाय चुनावों को लेकर भाजपा (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच सीधी टक्कर दिखाई दे रही है. प्रतिष्ठा के लिहाज से देखा जाए तो लखनऊ (Lucknow) मेयर का चुनाव काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. फिलहाल इस सीट पर लगातार भाजपा का कब्जा रहा है.

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आपको बता दें कि लखनऊ मेयर का पद अपने आप में बड़ा पद माना जाता है. भाजपा की संयुक्ता भाटिया (Sanyukta Bhatia) इस समय इस पद पर बैठी हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) भी लखनऊ के मेयर रह चुके हैं. दिनेश शर्मा लखनऊ मेयर के बाद सीधे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे.

लखनऊ को लेकर संशय बरकरार

फिलहाल लखनऊ नगर निगम को लेकर संशय बना हुआ है. अभी तक निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण का ऐलान नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि अगर इस बार भी महिला सीट आती है तो भाजपा एक बार फिर संयुक्ता भाटिया को मैदान में उतार सकती है. भाजपा की तरफ से कई बड़े दावेदार भी इस बार चुनावी मैदान में उतरने की कोशिश कर रहे हैं.

सवाल यह है कि लखनऊ से खुद भाजपा के सांसद और केंद्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) हैं तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) भी लखनऊ कैंट से विधायक हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या लखनऊ मेयर के चुनाव में भाजपा कोई नया जातीय समीकरण बैठाएगी?

ठाकुर और ब्राह्मणों वर्चस्व

माना जाता है कि लखनऊ शहर में ठाकुर और ब्राह्मणों का ठीक-ठाक वर्चस्व है, लेकिन भाजपा में कायस्थ, वैश्य और ब्राह्मण भी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं और टिकट मांग रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, भाजपा के अंदर एक चर्चा यह भी हो रही है कि अगर लखनऊ सीट, महिला सीट की जगह सामान्य सीट भी रहती है तो भी संजुक्ता भाटिया फिर दावेदार बन सकती हैं.

राजनाथ का दखल महत्वपूर्ण

माना जाता है कि लखनऊ में विधायक टिकट हो या मेयर या मंत्री पद, सभी में राजनाथ सिंह की इच्छा को सम्मान दिया जाता है. माना जा रहा है कि इस बार भी मेयर पद पर जो भी नाम आगे आएगा उसे भाजपा के साथ-साथ राजनाथ सिंह का भी पसंदीदा होना होगा.

मेयर चुनाव को लेकर जातीय समीकरण भी बिठाए जा रहे हैं. बीजेपी के बड़े धड़े के बीच में चर्चा है कि, क्योंकि ब्राह्मण और क्षत्रिय बिरादरी को लखनऊ में बड़े पद दिए गए हैं ऐसे में इस बार की दावेदारी कायस्थ और वैश्य में है.

ये नाम चर्चाओं में शामिल

बता दें कि लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया, पंजाबी खत्री बिरादरी से आती है. वैश्य समाज से नीरज गुप्ता, अमित गुप्ता और पूर्व नगर अध्यक्ष सुधीर हलवासिया बड़े नाम हैं. दूसरी तरफ ब्राह्मण बिरादरी से दिवाकर त्रिपाठी का नाम रेस में आगे चल रहा है. तो वहीं कायस्थ बिरादरी से ओपी श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव और बीजेपी प्रवासी प्रकोष्ठ के सह संयोजक अनुराग श्रीवास्तव का नाम चर्चाओं में है.

सपा और बसपा भी तैयार

इस बार के निगम चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और बीएसपी भी पूरी तरह से तैयार हैं. दोनों सियासी दल लखनऊ मेयर चुनाव को लेकर अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन फिलहाल कोई नाम इनकी तरफ से आगे नहीं आया है. दूसरी तरफ भाजपा के अंदर लखनऊ मेयर चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज हैं और जातीय समीकरण भी बैठाए जा रहे हैं.

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