लखनऊ जेल में बंद बेटे से मिलने गए थे 50 साल के राजेश निगम, बाहर निकलते ही हो गई मौत, पर कैसे?

लखनऊ जिला जेल में बेटे से मुलाकात के बाद अपने पिता राजेश निगम की अचानक तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मानसिक तनाव में चल रहे राजेश निगम की मौत से परिवार में शोक की लहर है.

अंकित मिश्रा

• 05:52 PM • 18 Dec 2025

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उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक दुखद घटना सामने आई है. यहां लखनऊ जिला जेल में बंद बेटे से मुलाकात कर बाहर निकले एक पिता की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. यह दर्दनाक घटना बुधवार दोपहर की है. बता दें कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता  चल सकेगा. 

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बेटे से मुलाकात के बाद बिगड़ी तबीयत

मृतक की पहचान गोंडा जिले के करनैलगंज थाना क्षेत्र स्थित खतरीपुर चचेरी गांव निवासी 50 वर्षीय राजेश निगम के रूप में हुई है. परिजनों के अनुसार, राजेश निगम बुधवार सुबह अपने दामाद महेश के साथ लखनऊ जिला जेल पहुंचे थे, जहां उनका बेटा विकास निगम बंद है . दोपहर करीब 12:30 बजे मुलाकात करने  के बाद जैसे ही वे जेल से बाहर निकले, उन्हें अचानक घबराहट और बेचैनी महसूस होने लगी. 

तबीयत खराब होने पर राजेश निगम जेल परिसर के पास बने प्रतीक्षालय में पत्थर की बेंच पर बैठ गए. कुछ ही देर में उन्हें चक्कर आने लगा, जिसके बाद वे बेंच पर ही लेट गए. हालत गंभीर होती देख जेलकर्मियों ने तुरंत अधिकारियों को सूचना दी. इसके बाद जेल प्रशासन की ओर से एम्बुलेंस बुलाकर उन्हें गोसाईंगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.

अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

गोसाईंगंज सीएचसी पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद राजेश निगम को मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. 

मानसिक तनाव में थे राजेश 

परिजनों ने बताया कि बेटे के जेल जाने के बाद से राजेश निगम मानसिक तनाव में थे. वे कई दिनों से काम पर भी नहीं जा रहे थे. राजेश अपने बेटे विकास के साथ लखनऊ के तकरोही इलाके में किराए के कमरे में रहकर मजदूरी करते थे. पिता की मौत की खबर जेल में बंद विकास तक पहुंची तो वह फूट-फूटकर रो पड़ा. इसके बाद बैरक में मौजूद अन्य बंदियों ने उसे ढांढस बंधाया. 

घटना की जानकारी मिलते ही मृतक की पत्नी ऊषा निगम, उनकी तीन बेटियां और अन्य परिजन गोंडा से लखनऊ जिला अस्पताल पहुंच गए. परिवार में इस घटना के बाद मातम का माहौल है.

जेल प्रशासन ने कही ये बात 

जिला कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि “तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलते ही उन्हें तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल भिजवाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.”

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार

पुलिस के अनुसार, शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की स्पष्ट वजह सामने आ सकेगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.

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