गोरखपुर के उच्च माध्यमिक विद्यालय में मिड डे मिल का खाना बनाने वाली रसोइया गुंजा देवी ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका रीता आर्य से कच्चे राशन में कीड़ा होने की शिकायत की. लेकिन प्रधानाध्यापिका को ये शिकायत अच्छी नहीं लगी. वह इतना चिढ़ गईं कि रसोइया से झगड़ा करने लगीं. देखते ही देखते दोनों के बीच का ये विवाद मारपीट में बदल गया. इस दौरान का वीडियो वायरल होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया. गोरखपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र त्रिपाठी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच के लिए स्कूल भेजा है.
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क्या है पूरा मामला
गोरखपुर के खजनी ब्लॉक के उसवा बाबू गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पहले वीडियो में स्कूल की प्रधानाध्यापिका रीता आर्य और रसोइया गुंजा देवी के बीच मारपीट हो रही है. आरोप है कि रसोइया ने मिड डे मिल के राशन में कीड़ा होने की शिकायत की थी. इसे लेकर प्रधानाध्यापिका और रसोइया के बीच मारपीट शुरू हो गई. इस दौरान का एक और वीडियो सामने आया है जिसमें स्कूल की रसोइया गुंजा देवी कच्चा चावल, आटा और मसाले दिखाते हुए उनमें रेंगते कीड़े दिखा रही है. गुंजा देवी कहती हैं कि है क्या इस तरह का खाना घर पर पकाया जाता है? क्या इसे खाकर बच्चे बीमार नहीं पड़ेंगे?
वायरल वीडियो में क्या दिखा
वायरल वीडियो में हाथापाई का मंजर वायरल हो रहा वीडियो 16 दिसंबर का बताया जा रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रधानाध्यापिका रीता आर्य और रसोइया गुंजा देवी के बीच तीखी बहस के बाद मारपीट शुरू हो जाती है. दोनों एक-दूसरे को जमीन पर पटककर पीटती नजर आ रही हैं. इस दौरान स्कूल की अन्य सहायक शिक्षिकाएं और स्टाफ उन्हें छुड़ाने की कोशिश करते और चिल्लाते हुए सुनाई दे रहे हैं.
रसोइया ने लगाए प्रधानाध्यापिका पर आरोप
रसोइया गुंजा देवी ने आरोप लगाया कि जैसे ही उसने कीड़े वाले राशन की शिकायत की प्रधानाध्यापिका रीता आर्य गुस्से में उस पर टूट पड़ीं. उन्होंने रसोइया को लात-घूंसों और मुक्कों से बुरी तरह पीटा. रसोइया का कहना है कि वह पिछले 3 साल से कार्यरत है और उससे पहले 12 रसोइया स्कूल छोड़कर जा चुकी हैं.
मामले की होगी जांच
इस मामले के सुर्खियों में आते ही गोरखपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) धीरेंद्र त्रिपाठी ने कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए दो खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को जांच के लिए स्कूल भेजा गया है.जांच में वीडियो की सत्यता और समय की पुष्टि की जा रही है. संबंधित प्रधानाध्यापिका और रसोइया से जवाब मांगा गया है. BSA ने साफ कह दिया है कि जांच में दोष सिद्ध होने पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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