IPS Sonam Kumar Viral Video: आगरा पुलिस कमिश्नरेट में तैनात डीसीपी ट्रैफिक सोनम कुमार चर्चा में हैं. IPS सोनम कुमार के चर्चा में होने की वजह है उनका एक वायरल वीडियो जिसमें वह गरीब और बेसहारा लोगों को कंबल ओढ़ाते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे IPS सोनम कुमार फुटपाथ पर सो रहे लोगों के पास जाकर उन्हें पहले कंबल ओढ़ाते हैं. फिर चुपचाप बिना किसी शोर-शराबे के वहां से निकल जाते हैं. इस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग उनके इस नेक काम की तारीफ करने लगे. वहीं कुछ लोग IPS सोनम कुमार के बारे में भी जानना चाहते हैं कि आखिर वो कौन हैं?
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2016 में नौकरी करते करते बन गए IPS
आईपीएस सोनम कुमार मूल रूप से बिहार के नालंदा के रहने वाले हैं. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (B.E.) की पढ़ाई दिल्ली से की है. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद सोनम कुमार को अमेरिका की एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब मिल गई. सोनम कुमार ने चालक रहित वाहन चलाने की चिप पर सन् 2008 से काम शुरू किया था और उन्हें इसमें काफी सफलता भी मिली थी. इस दौरान अचानक उनके मन में यूपीएससी का एग्जाम क्रैक का विचार आया. इसके बाद उन्होंने अपनी तैयानी शुरू की और साल 2016 में परीक्षा पास कर IPS बन गए. इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि के चलते वे पुलिसिंग में तकनीक और नवाचार के लिए विशेष रूप से पहचाने जाते हैं. मीडिया और पुलिस महकमे में उन्हें 'सॉफ्टवेयर इंजीनियर IPS' और 'डिजिटल-इनोवेटर' के तौर पर भी जाना जाता है.
IPS सोनम कुमार की लव स्टोरी
एक तरह सोनम कुमार की गिनती यूपी के तेज-तर्रार अधिकारियों में होती है. वहीं दूसरी ओर उनकी लव स्टोरी लोगों को हैरान करती है. सोनम कुमार ने सीनियर डॉक्टर हर्षा के साथ लव मैरिज की थी. दोनों अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं. दोनों की मुलाकात ट्रेनिंग के दौरान हुई थी. इसके बाद दोनों ने एक दूसरे को कई सालों तक डेट करने के बाद शादी कर ली.
इन कामों को लेकर होती है चर्चा
आगरा पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी सिटी और ट्रैफिक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए सोनम कुमार ने पुलिसिंग को डिजिटल बनाने की दिशा में कई पहल की हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने और उनकी टीम ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से साइबर अपराध की जानकारी, रोकथाम और जनसुविधा से जुड़े करीब आठ डिजिटल ऐप/टूल्स विकसित किए. इन नवाचारों का उद्देश्य फरियादियों और पुलिस के बीच की प्रक्रियाओं को सरल बनाना, शिकायतों की पारदर्शी मॉनिटरिंग और ट्रैफिक प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाना रहा है.
जनसुनवाई और शिकायत मॉनिटरिंग के लिए डिजिटल मॉड्यूल, फरियादी द्वारा ऑडियो-वीडियो साक्ष्य अपलोड कर ट्रैकिंग की सुविधा और पुलिस दस्तावेजों की आसान खोज के लिए RAG (रिट्रीवल-ऑगमेंटेड जनरेशन) आधारित AI टूल—इन सभी पहलों में सोनम कुमार की सक्रिय भूमिका रही है. आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर विकसित RAGBOT/ECOP जैसे प्लेटफॉर्म का उद्देश्य पुलिस के हजारों आधिकारिक सर्कुलर और आदेशों को हिंदी-अंग्रेजी में तुरंत खोज योग्य बनाना है.
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