उत्तर प्रदेश के अटल आवासीय विद्यालय अब केवल पढ़ाई और रहने की जगह मात्र नहीं रहेंगे, बल्कि इन्हें अत्याधुनिक 'फ्यूचर-रेडी लर्निंग हब' के रूप में विकसित किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप, प्रदेश सरकार इन विद्यालयों में कम्पोजिट स्किल/इनोवेशन लैब स्थापित करने जा रही है. इस पहल के बाद ग्रामीण और वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र भी ड्रोन टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स और एआई (AI) जैसी 21वीं सदी की तकनीकों में माहिर बनेंगे.
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ड्रोन से स्पेस साइंस तक: वंचित छात्रों को मिलेगी हाई-टेक ट्रेनिंग
इस योजना का सबसे क्रांतिकारी पहलू यह है कि श्रमिक और आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के बच्चे स्कूली स्तर पर ही उन तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव लेंगे, जो अब तक केवल बड़े निजी स्कूलों तक सीमित थीं. इन लैब में छात्रों को निम्नलिखित क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा:
ड्रोन टेक्नोलॉजी और रोबोटिक्स
स्पेस साइंस और ऑटोमेशन
3डी प्रिंटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
मिशन मोड में काम: 6 महीने की डेडलाइन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को 'मिशन मोड' में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. योजना का खाका इस प्रकार तैयार किया गया है:
पायलट प्रोजेक्ट: अगले 2 महीने के भीतर चयनित विद्यालयों में पहली इनोवेशन लैब स्थापित की जाएगी.
फुल रोलआउट: 6 महीने के भीतर प्रदेश के सभी अटल आवासीय विद्यालयों में ये लैब पूरी तरह से क्रियाशील हो जाएंगी.अटल आवासीय विद्यालयों की महानिदेशक पूजा यादव ने पुष्टि की है कि इसके लिए आवश्यक फंड की व्यवस्था कर ली गई है.
मास्टर ट्रेनर्स और एक्सपर्ट्स का मिलेगा साथ
छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने के लिए सरकार देश की प्रमुख तकनीकी संस्थाओं और विशेषज्ञों का सहयोग लेगी. सबसे पहले चयनित शिक्षकों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा. ये ट्रेनर्स आगे चलकर छात्रों में क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसे हुनर विकसित करेंगे.
यूपी बनेगा टेक्नोलॉजी-ड्रिवन एजुकेशन लीडर
इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (NEP) को धरातल पर उतारना है. सरकार का मानना है कि अटल आवासीय विद्यालयों के छात्र भविष्य में केवल डिग्री लेकर नहीं निकलेंगे, बल्कि वे तकनीकी रूप से इतने सक्षम होंगे कि वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकें. यह कदम उत्तर प्रदेश को देश में 'टेक्नोलॉजी ड्रिवन एजुकेशन हब' के रूप में स्थापित करेगा.
ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए नया द्वार
योगी सरकार की यह योजना उन हजारों बच्चों के लिए उम्मीद की नई किरण है, जिनमें प्रतिभा तो है लेकिन संसाधनों की कमी थी. अब मजदूर का बेटा भी साइंटिस्ट और ड्रोन इंजीनियर बनने का सपना न केवल देखेगा, बल्कि उसे पूरा भी करेगा.
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