एंबुलेंस वाले ने पैसे के लिए प्रेगनेंट महिला को सड़क पर छोड़ा, ये है UP की स्वास्थ्य सेवा?

Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से सरकारी एंबुलेंस चालक की मनमानी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, एंबुलेंस…

नाहिद अंसारी

• 04:48 AM • 07 Sep 2022

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Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से सरकारी एंबुलेंस चालक की मनमानी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, एंबुलेंस चालक चालक प्रसव पीड़ा से कराहती प्रसूता को बीच रास्ते में उतार कर भागने लगा. मगर मौके पर मौजूद राहगीरों ने एंबुलेंस को घेर कर रोक लिया और जबरन एंबुलेंस को अस्पताल तक ले गए. प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि एंबुलेंस चालक ने एक हजार रुपये की डिमांड की थी और रकम न देने पर उसने ये हरकत की. वहीं, पुलिस ने आरोपी चालक अभिषेक प्रताप और ईएमटी अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.

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क्या है मामला?

बता दें कि एंबुलेंस चालाक की मनमानी का यह मामला सुमेरपुर ब्लॉक क्षेत्र का है. यहां भौंरा डांडा की रहने वाली प्रसूता रेखा को प्रसव पीड़ा होने पर सरकारी अस्पताल तक पहुंचाने के लिए सरकारी एंबुलेंस बुलाई गई थी. जो मरीज को लेकर भौंरा डांडा गांव से तो निकली, लेकिन रास्ते में चालक ने एक हजार रुपये की डिमांड कर दी, जिसे देने में पर परिजनों ने असमर्थता जताई, तो चालाक प्रसूता सहित उसके परिजनों को पंधरी गांव के पास जंगल में उतार कर भागने लगा. तभी राहगीरों ने एंबुलेंस को घेर कर रोक लिया और जबरन एंबुलेंस को अस्पताल तक ले गए.

प्रसूता के ससुर रामरूप ने बताया की एंबुलेंस चालाक ने रास्ते में गाड़ी रोक कर एक हजार रुपये की डिमांड की थी और जब रुपये देने से इनकार किया गया तो इसने जंगल में हम सब को उतार दिया. प्रसूता के साथ चल रही आशा बहू मालती ने बताया की एक हजार रुपये ना दिए जाने पर चालाक ने जबरन एंबुलेंस से उतारा था, लेकिन राहगीरों ने प्रसूता की हालत को गंभीर देखते हुए, एंबुलेंस को घेर कर रोक लिया और जबरदस्ती प्रसूता को एंबुलेंस में लाद कर अस्पताल तक भेजा.

प्रसूता को एंबुलेंस से उतारने के प्रकरण में जिलाधिकारी डॉ. चंद्र भूषण त्रिपाठी के निर्देश पर सीएमओ डॉ. एके रावत ने जांच की. जांच में एंबुलेंस के ड्राइवर अभिषेक प्रताप और ईएमटी अजीत कुमार ‘दोषी’ पाए गए हैं. दोनों पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. सीएमओ द्वारा जच्चा एवं बच्चा की जांच में दोनों स्वस्थ पाए गए हैं.

वहीं जिलाधिकारी के आदेश पर सीएमओ ने एंबुलेंस चालक, ईएमटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.

जनता की जान बचाने और तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चलाई जा रही सरकारी एंबुलेंस चालको की मनमानी के किस्से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. मगर अब प्रसव पीड़ा से कराह रही प्रसूता को बीच रास्ते में उतर कर भाग जाने का नया मामला इसमें शामिल हो गया है.

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