उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लेकर विपक्षी दल मतदाताओं को साधने की पूरी कोशिश में जुटी है. इस बीच, जनता का चुनावी मिजाज जानने के लिए यूपी तक की टीम ‘गंगा यात्रा’ पर निकली है. इसी क्रम में हम कौशांबी पहुंचे और शमशाबाद में स्थित पीतल उद्योग का हाल जाना.
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शमशाबाद निवासी गौरव ने पीतल उद्योग के हाल को लेकर कहा, “पहले बर्तनों की आवाज के कारण 2 किलोमीटर की दूर से एंट्री करते हुए लोगों को लगता था कि शमशाबाद आ गए. आसपास के कई गांव के लोग यहां काम करने आते थे. और आज की यह स्थिति है कि यहां के लोग बाहर काम करने जा रहे हैं.”
बर्तन बनाने वाले सुरेश कुमार ने बताया, “अब तीन-चार घरों में ही बर्तन बनाने का काम होता है. धीरे-धीरे लोगों ने दूसरा काम शुरू कर लिया है.”
सुरेश कहते हैं कि सभी लोगों ने इस काम को छोड़ दिया है और वह भी इस काम को छोड़ना चाहते हैं, लेकिन वो इस काम को करने के लिए मजूबर है. सुरेश के मुताबिक, सिर्फ साल में 3 से 4 महीने ही यह काम होता है.
गोविंद दास नामक शख्स ने बताया, “35 साल पहले इस इलाके में 115 भट्टियां लगती थीं. 2 हजार आदमी काम करते थे. हम लोटा, पतीली सब बनावाते थे. जब से ये स्टील चल गई, तब से सारा काम ध्वस्त हो गया, तब से लोग इस काम को करने वाले कम हो गए हैं.”
इसके अलावा इस कारोबार से जुड़े अन्य लोगों ने अपनी-अपनी राय रखी, जिसे आप ऊपर दिए वीडियो में देख सकते हैं.
यूपी तक की ‘गंगा यात्रा’ से ऐसे जुड़िए
अगर आप भी यूपी तक की ‘गंगा यात्रा’ से जुड़ना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको बस एक फॉर्म भरना होगा. जिसका लिंक यहां पर क्लिक करने पर खुल जाएगा. इस फॉर्म में आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, जिला और आप किस मुद्दे पर बात करना चाहते हैं, इससे जुड़ी कुछ जानकारियां देनी हैं. इसके बाद आप भी यूपी तक की इस ‘गंगा यात्रा’ से जुड़ सकते हैं.
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