यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए दर्दनाक सड़क हादसे से जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आ रहा है. इस हादसे में 13 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. यह हादसा रात करीब 2 बजे हुआ था. इस घटना के पीछे की वजह जीरो विजिबिलिटी बताई जा रही है. इस दौरान 8 गाड़ियां आपस में टकरा गईं. ये टक्कर कितनी तेज थी इसका अंदाजा सामने आईं तस्वीरों से लगाया जा सकता है जिसमें 6 बसें और 2 कार आग को गोला बन गईं. इस बीच सुनील यादव नाम के एक व्यक्ति ने मथुरा एक्सप्रेसवे के इस खौफनाक एक्सिडेंट का आंखो देखा हाल बताया है.
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प्रयागराज के रहने वाले सुनील यादव नाम के एक चश्मदीद ने बताया कि वह एक जौनपुर में एक तेरहवीं में शामिल होने आए थे. ऐसे में जब वहब दिल्ली लौट रहे थे तभी उनकी गाड़ी एक दूसरी गाड़ी में टकरा गई. सुनील यादव ने बताया कि रात करीब 3 बजे कोहरे की वजह से अंधेरा इतना ज्यादा था कि आसपास कुछ नहीं दिख रहा था. सुनील यादव ने बताया कि जब वह गाड़ी से उतरकर देखे तो उनके सामने कई गाड़ियां आपस में टकरा रही थीं. सुनील यादव ने बताया कि इससे बचने के लिए वह भागते हुए डिवाइडर क्रॉस करने की सोचकर भागने लगे. तभी अखिलेंद्र प्रताप नाम के एक व्यक्ति बस की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. सुनील यादव ने बताया कि इस दौरान वह डिवाइडर के दूसरी साइड फेंका (गिर) गए. उन्होंने बताया कि इस हादसे के दौरान कई डबल डेकर बसें आपस में टकराईं थीं जिसमें आग चुकी थी. उन्होंने बताया कि रात के समय ब, में सवार सभी यात्री शीशा तोड़कर कूदकर अपनी जान बचाने में लगे थे.
यहां देखें पूरी वीडियो रिपोर्ट
डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने दी ये अपडेट
मथुरा के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने यमुना एक्सप्रेसवे पर देर रात हुई दर्दनाक दुर्घटना के संबंध में जानकारी दी है. जिलाधिकारी ने बताया कि रात लगभग 4 बजे यमुना एक्सप्रेसवे पर एक दुखद घटना हुई थी. सूचना मिलते ही मौके पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. डॉक्टरों की टीम द्वारा अवशेषों के परीक्षण के बाद दुर्घटना में कुल 13 लोगों की मृत्यु होने की पुष्टि हुई है. कुछ घायलों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है. सामान्य यात्रियों को उनके गंतव्यों तक भेजने की व्यवस्था की गई थी. डीएम ने आगे बताया कि मृतकों में कुछ शवों की पहचान हो पाई है. जबकि कुछ जली हुई अवस्था में हैं जिनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है.
पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए सैंपल प्रिजर्व किए जा रहे हैं. पुलिस बस विवरणों के आधार पर यात्रियों की सूची तैयार कर रही है और परिजनों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास कर रही है. इस संबंध में पुलिस द्वारा एक एफआईआर पंजीकृत कर ली गई है. जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आगे की आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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