नमाज के बाद हुई हिंसा: सपा सांसद एसटी हसन ने निर्दोषों पर कार्रवाई न करने की मांग की

मुरादाबाद जनपद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बीजेपी से निलंबित नेत्री नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारियों…

जगत गौतम

• 12:32 PM • 11 Jun 2022

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मुरादाबाद जनपद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बीजेपी से निलंबित नेत्री नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारियों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. उपद्रव में कौन-कौन शामिल था, इसकी जांच अभी जारी है. कुल 25 ज्ञात लोगों का नाम सामने आया है, जबकि 80 लोग अज्ञात हैं. इसी को लेकर आज यानी शनिवार को समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने निर्दोषों पर कार्रवाई न करने की प्रशासन से मांग की है.

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सांसद एसटी हसन के कहा, “हमारी प्रशासन से बात हुई है और हमने प्रशासन से यह कहा है कि निर्दोषों को किसी भी धारा में शामिल में ना करें. प्रशासन ने हमसे वादा किया है, डीएम साहब ने भी, कोई भी बेकसूर जेल नहीं जाएगा, ना ही किसी को किसी भी तरह के अपराध में शामिल किया जाएगा. हमारी तो यही मांग है कि बेकसूरों को जेल ना भेजा जाए और जिन्होंने जितना किया है उतनी ही धाराएं लगें, इससे ज्यादा न लगे.”

10 जून को क्या हुआ था?

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी की निलंबित नेत्री नुपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में कल यानी 10 जून को जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद के बाहर विरोध-प्रदर्शन हुआ. उस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नूपुर शर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की.

सुरक्षा की दृष्टि भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिस को चकमा देकर अलग-अलग स्थानों पर हंगामा करते रहे और पुलिस इधर से उधर भागती रही. अचानक जामा मस्जिद की ओर आ रहे प्रदर्शनकारियों ने पहले नूपुर शर्मा के पोस्टरों को फाड़कर हवा में उछाला फिर पैरों से कुचला और काफी देर तक नारेबाजी की. समझाने के बाद भी हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा.

प्रदर्शनकरियों को समझाने और पुलिस का सहयोग करने वाले मौलाना नाजिम मंसूरी ने बताया, “ये सब 14 से 18 साल तक के लड़के थे, जो माहौल खराब करने की कोशिश में लगे थे. ये कौन थे हम नहीं जानते. हमने काफी समझाने का प्रयास किया तो बदतमीजी पर उतारू हो गए. उसके बाद ही पुलिस को उन्हें खदेड़ना पड़ा. जिसके बाद से शांति है.”

यूपी में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में अब तक 227 लोग अरेस्ट

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