वाराणसीः ‘बाढ़ में CM योगी का रेड कार्पेट वेलकम’, तस्वीर को लेकर विरोधियों ने साधा निशाना

यूपी तक

• 08:30 AM • 01 Sep 2022

उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिले बाढ़ की चपेट में हैं. पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली जिलों में कई गांव डूब चुके हैं. वाराणसी में…

UPTAK
follow google news

उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिले बाढ़ की चपेट में हैं. पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली जिलों में कई गांव डूब चुके हैं. वाराणसी में लगभग सारे घाट गंगा जल में समा चुके हैं. बाढ़ का पानी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक पहुंच चुका है. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल के इन तीनों जिलों का दौरा किया. हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम योगी वाराणसी में एनडीआरएफ के रेस्क्यू बोट में बैठकर बाढ़ग्रस्त इलाकों में गए और वहां के हालात को देखा. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार साथ है. इन सबके बीच वाराणसी दौरे के बाद मुख्यमंत्री योगी (Yogi Adityanath) के रेड कार्पेट वेलकम की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

यह भी पढ़ें...

इस तस्वीर के जरिए विपक्ष योगी पर जमकर निशाना साध रहा है. सोशल मीडिया में भी इस बात की चर्चा है कि जिस शहर में बाढ़ से काफी लोग प्रभावित हैं, लोग संकट में हैं. लोगों के पास न घर है न दो जून की रोटी. वहीं उस बाढ़ के पानी पर बने रैंप पर मुख्यमंत्री का रेड कार्पेट वेलकम किया जा रहा है.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बुधवार को अस्सी घाट से नगवा तक रेस्क्यू बोट पर बैठकर एनडीआरएफ की टीम के साथ गए. चूंकि बाढ़ से अस्सी घाट भी डूब चुका है. ऐसे में वहां तक जाने के लिए प्रशासन ने टेम्परेरी रैंप बनवाया था जिसपर रेड कार्पेट बिछा था.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पीएम मोदी के गोद लिए हुए गांव डोमरी समेत प्रदेश भर में 1100 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. ऐसे में सीएम योगी ने वाराणसी (Varanasi), गाजीपुर और चंदौली के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने के साथ ही यहां के राहत शिविरों में भी गए.

इस दौरान सीएम योगी ने बताया कि तेल, नमक, मसाले, मोमबत्ती, दियासलाई, आलू और लाई-चना का किट पीड़ितों को 15 दिन के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है. सूखे के कारण किसानों को जो नुकसान हो रहा है. प्रयास है कि अभी दलहन-तिलहन आदि बोने का समय है. सब्जी के बीज लघु, सीमांत और अन्य प्रभावित किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है.

यूपी कैबिनेट ने 2000 क्विंटल तोरई के बीच मुफ्त में किसानों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है. ऐसे ही दलहन और तिलहन से जुड़े हुए कृषि बीजों को उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग और उद्यान विभाग को पहले ही निर्देशित किया गया है. प्रशासन को भी सख्त हिदात दी गई है. बीजेपी के कार्यकर्ता और प्रतिनिधियों को भी जनता की सेवा में हर स्तर पर लगने के लिए कहा गया है.

संकट के समय मैं साथ हूं- सीएम योगी

गाजीपुर में बुधवार को पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- संकट के समय में पूरी सरकार और प्रशासन आपके साथ है. ये आश्वस्त करने के लिए आज मैं आपके बीच में स्वयं उपस्थित हुआ हूं. गाजीपुर के बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों का दौरा किया है. दौरा करने के बाद मैं यहां राहत शिविर में आया हूं. मैं जानता हूं कि यूपी में बारिश औसत से भी कम बारिश हुई है. बावजूद इसके बाढ़ की ये समस्या राजस्थान और एमपी से छोड़े जाने वाले पानी की वजह से है.

यूपी में बाढ़ की ये है वजह

सीएम योगी ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में काफी बारिश हुई है. राजस्थान से अकेले 26 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया है. मध्य प्रदेश से 4 लाख क्यूसिक से अधिक जल छोड़ने के कारण चंबल, बेतवा और अन्य सहायक नदियों में जल स्थर काफी बढ़ा और फिर यमुना जी और गंगा जी में भीषण जलप्लावन की समस्या खड़ी हुई है.

वाराणसी: महाश्मशान मणिकर्णिका घाट डूबा, नाव से शव ले जा रहे परिजन, ऐसे हो रही अंत्येष्टि

    follow whatsapp
    Main news