महिला ISI एजेंट के चंगुल में फंसा राम सिंह और की गद्दारी, इसने अपने ही देश को धोखा दे डाला

UP News: यूपी एटीएस ने लखनऊ से राम सिंह को गिरफ्तार किया है. राम सिंह पाकिस्तानी आईएसआई की महिला एजेंट के चंगुल में फंस गया था और उसके कहने पर अपने ही देश के साथ गद्दारी करने लगा था. जानिए ये पूरा मामला

UP News

संतोष शर्मा

20 May 2024 (अपडेटेड: 20 May 2024, 11:26 AM)

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UP News: यूपी एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है. यूपी एटीएस ने लखनऊ से राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. राम सिंह का पकड़ा जाना देश की सुरक्षा के लिए काफी जरूरी था. दरअसल राम सिंह जो हरकत अपने ही देश के साथ कर रहा था, उसे जान एक पल के लिए आपको यकीन नहीं होगा. 

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दरअसल राम सिंह देश के साथ गद्दारी करके सेना की खूफियां सूचनाओं को पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई को पहुंचाता था. इसके बदले में उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की तरफ से काफी पैसा मिलता था. राम सिंह पर जांच एजेंसियों की नजर तब पड़ी जब अचानक इसके बैंक अकाउंट में बड़ी-बड़ी रकम आने लगी. ऐसे में ये शक के घेरे में आ गया. जांच के बाद जो सामने आया, उसे जान जांच एजेंसी भी सकते में आ गईं.

हनी ट्रैप में फंसकर कर डाला कांड

जांच में सामने आया है कि राम सिंह को आईएसआई ने हनी ट्रैप में फंसा लिया. पाकिस्तान में बैठी महिला आईएसआई एजेंट ने कीर्ति कुमारी बनकर राम सिंह से पहले दोस्ती की और फिर उसे अपने चंगुल में फंसा लिया. महिला एजेंट ने राम सिंह को पैसा का लालच दिया और महिला एजेंट के माध्यम से पाकिस्तानी एजेंसी ISI राम सिंह से जासूसी करवाने लगी.

नेवी के वॉरशिप में करता था पार्ट टाइम काम

दरअसल राम सिंह  GOA Shipyard Naval Base में पार्ट टाइम कर्मी के तौर पर काम करता था. वह भारतीय नेवी के वॉरशिप में पार्ट टाइम काम करता था. इसलिए आईएसआई ने राम सिंह को फंसाया और उससे अपने ही देश के खिलाफ गद्दारी करवाई.

फोटो-वीडियो रिकॉर्ड कर महिला ISI एजेंट को देता था

मिली जानकारी के मुताबिक, राम सिंह ने पार्ट टाइम के तौर पर भारतीय नौसेना के आईएनएस विक्रमादित्य, आईएनएस विक्रांत जैसे अहम वॉरशीप में भी काम किया है. राम सिंह नौसेना के मूवमेंट और वॉर शीप के मूवमेंट की फोटो-वीडियो पाकिसतान तक पहुंचाता था. इसके बदले उसके अकाउंट में काफी पैसा भी भेजा जाता था.

जांच में सामने आया है कि राम सिंह कई दूसरे जासूसों को भी पैसा भेजता था. उसके मोबाइल से कई बैंक अकाउंट के नंबर मिले हैं और कई लोगों की जानकारी ATS के हाथ लगी है. फिलहाल यूपी एटीएस जल्द इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर सकती है.

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