UP News: इटावा में यादव कथा वाचकों के साथ मारपीट का मामला अब उत्तर प्रदेश में यादव बनाम ब्राह्मण बनता जा रहा है. इसको लेकर खूब सियासत हो रही है और समाज में भी इसका असर खूब देखने को मिल रहा है. बिहार के एक गांव में ब्राह्मणों के बहिष्कार के बोर्ड भी लग गए हैं, जिसमें लिखा हुआ है कि ब्राह्मणों का इस गांव में पूजा-पाठ कराना मना है.
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इसी बीच जब समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछा गया कि कुछ लोग ब्राह्मणों के साथ पूजा पाठ करने का विरोध कर रहे हैं और उनके सामने बिहार के गांव का जिक्र किया गया तो अखिलेश यादव ने इस सवाल का कुछ यूं जवाब दिया.
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ब्राह्मण के साथ पूजा-पाठ पर क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने इस सवाल का जबाव देते हुए कहा, आज कल कई ऐप हैं. ऐप पर कर लो पूजा पाठ. अखिलेश यादव ने आगे कहा, आज के समय में कई सारे ऐप आ रहे हैं. ऐसे में ऐप के माध्यम से पूजा-पाठ हो सकती है. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है.
इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा, हम किसी के विरोधी नहीं हैं. इसके बाद सपा चीफ ने बिना ब्राह्मणों का नाम लिया कहा कि हमारा और उनका (ब्राह्मण) का रिश्ता हजारों साल पुराना है.
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बिना नाम लिए रेनू तिवारी पर भी साधा निशाना
इस दौरान अखिलेश यादव ने रेनू तिवारी पर बिना नाम लिए निशाना साधा. दरअसल रेनू तिवारी भागवत कथा की परीक्षित परिवार की महिला हैं. रेनू तिवारी ने इटावा कांड के बाद पीड़ित यादव कथा वाचकों के खिलाफ छेड़खानी का आरोप लगाया था.
इसको लेकर अखिलेश ने बिना नाम लिए रेनू तिवारी को लेकर कहा, एक महिला बता रही हैं कि छेड़ा है. अब अगर मैं कुछ बोल दूंगा तो कुछ बात हो जाएगी बस. आपको बता दें कि रेनू तिवारी के खिलाफ भी इटावा पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है.
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