संभल में पूरी फोर्स के साथ निकले CO अनुज चौधरी फिर सैयद सालार की याद वाले नेजा मेला के गड्ढे को ही भर दिया गया

Sambhal Neja Mela video: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हर साल आयोजित होने वाले नेजा मेले पर इस बार प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. महमूद गजनवी के भांजे और सैन्य कमांडर सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाले इस मेले की अनुमति रद्द कर दी गई है. इसके साथ ही, प्रशासन ने उस स्थान को सीमेंट से भरकर स्थायी रूप से बंद कर दिया.

सैयद सालार नेजा मेला संभल पुलिस कार्रवाई

अभिनव माथुर

18 Mar 2025 (अपडेटेड: 18 Mar 2025, 05:07 PM)

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Sambhal Neja Mela video: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हर साल आयोजित होने वाले नेजा मेले पर इस बार प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. महमूद गजनवी के भांजे और सैन्य कमांडर सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाले इस मेले की अनुमति रद्द कर दी गई है. इसके साथ ही, प्रशासन ने उस स्थान को सीमेंट से भरकर स्थायी रूप से बंद कर दिया, जहां प्रतीकात्मक रूप से मेला शुरू करने के लिए ध्वज (ढाल) गाड़ा जाता था.

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नेजा मेले का गड्ढा सीमेंट से भरा, पुलिस का सख्त पहरा

संभल में नेजा मेले को लेकर पहले से ही विवाद की स्थिति बनी हुई थी. बीते दिनों नेजा मेला कमेटी ने 18 मार्च को मेले की शुरुआत के लिए ढाल गाड़ने की घोषणा की थी. लेकिन सोमवार को प्रशासन ने उस गड्ढे को सीमेंट से भरकर हमेशा के लिए बंद करवा दिया. इस दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया. एडिशनल एसपी (ASP) श्रीशचंद्र और सीओ अनुज चौधरी ने RRF और PAC के जवानों के साथ फ्लैग मार्च किया. कोतवाली के सामने स्थित मुख्य बाजार में PAC और पुलिस बल की भारी मौजूदगी में प्रशासन ने यह कार्रवाई की.

नेजा मेला गड्ढा भरने का पूरा वीडियो यहां नीचे देखिए

ASP बोले— 'देश के लुटेरे के नाम पर नहीं लगेगा मेला'

पुलिस और प्रशासन ने इस बार नेजा मेले की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया. एएसपी श्रीशचंद्र ने सख्त बयान देते हुए कहा,"सोमनाथ मंदिर और हजारों हिंदू मंदिरों को लूटने वाले हमलावर के नाम पर किसी मेले का आयोजन नहीं होगा. जो भी इस लुटेरे के नाम पर आयोजन करेगा, वह भी अपराधी है. यह एक गलत परंपरा थी, जिसे अब खत्म किया जाएगा." 

क्या है नेजा मेला और क्यों हुआ विवाद?

संभल में हर साल होली के दूसरे मंगलवार को नेजा मेला आयोजित होता है. इस मेले की शुरुआत एक 30 फीट ऊंचे पोल (ढाल) को गाड़ने से होती है, जिसके शीर्ष पर हरा झंडा लगाया जाता है. यह मेला महमूद गजनवी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी की याद में आयोजित किया जाता है. लेकिन प्रशासन का कहना है कि सैयद सालार मसूद गाजी एक आक्रमणकारी था, जिसने भारत में लूटपाट की और सोमनाथ मंदिर पर भी हमला किया था. इसी कारण इस बार प्रशासन ने इस आयोजन को 'देशद्रोह' करार देते हुए पूरी तरह रोकने का निर्णय लिया.

पुलिस और प्रशासन के सामने मेला कमेटी की अपील

नेजा मेला कमेटी के अध्यक्ष शाहिद हुसैन मसूदी ने कहा कि यह मेला सैकड़ों सालों से आयोजित हो रहा है और इसके लिए उन्होंने 10 दिन पहले ही SDM को सूचना दी थी. शाहिद हुसैन मसूदी ने कहा, "हमने 18 मार्च को ढाल गाड़ने और 25-27 मार्च तक मेले के आयोजन की जानकारी प्रशासन को दी थी. लेकिन अब पुलिस इसे रोक रही है. हम इस मामले को उच्च अधिकारियों तक ले जाएंगे."

अब क्या होगा?

संभल में पिछले साल 24 नवंबर को सांप्रदायिक हिंसा के बाद से स्थिति पहले से ही तनावपूर्ण बनी हुई है. प्रशासन का मानना है कि नेजा मेले का आयोजन करने से कानून-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. इसी वजह से इस साल न सिर्फ मेले की अनुमति रद्द की गई, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से गड्ढे को भी भरवा दिया गया. अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी इस आयोजन को अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं, नेजा मेला कमेटी इसे धार्मिक परंपरा का हिस्सा बताकर अपने पक्ष में प्रशासन से अपील कर रही है. लेकिन फिलहाल, संभल में इस साल नेजा मेला पूरी तरह रद्द कर दिया गया है.

(पीटीआई के इनपुट्स के साथ)
 

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