मंत्री एके शर्मा के कार्यक्रम में ही बिजली हो गई गुल फिर चीफ इंजीनियर से लेकर इन 5 अफसरों पर हो गया ऐक्शन

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के मुरादाबाद कार्यक्रम में 10 मिनट बिजली गुल होने पर चीफ इंजीनियर समेत 5 अधिकारी निलंबित. जानें इस घटना और मंत्री के हालिया 'जय श्री राम' वीडियो और बिहार पर दिए बयान से जुड़ी पूरी फजीहत.

UP News

जगत गौतम

21 Jul 2025 (अपडेटेड: 21 Jul 2025, 08:49 AM)

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Ak Sharma news: ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की बिजली के मुद्दे पर फजीहत कम होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले दिनों बिहार में एनडीए की नीतीश सरकार की मुफ्त बिजली योजना पर कसा गया तंज वायरल हुआ तो सफाई देनी पड़ी. अब मुरादाबाद में कुछ ऐसा हुआ कि उनके पूरे बिजली विभाग की जगहंसाई हो रही है. असल में मुरादाबाद के एक कार्यक्रम में बिजली मंत्री एके शर्मा की मौजूदगी के दौरान ही 10 मिनट के लिए बिजली चली गई. इसका खामियाजा चीफ इंजीनियर समेत 5 अफसरों को भुगतना पड़ा और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया. 

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आपको बता दें कि मुरादाबाद में रविवार को गांधी पार्क में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के कार्यक्रम के दौरान अचानक 10 मिनट के लिए बिजली गुल हो गई. इसके बाद प्रदेश के बिजली विभाग में हड़कंप मच गया. इस तकनीकी चूक को शासन ने बेहद गंभीरता से लिया और तत्काल प्रभाव से विभाग के 5 वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया.  सस्पेंड किए गए अफसरों में चीफ इंजीनियर अरविंद सिंघल, सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर (SE) सुनील अग्रवाल, एक्सईएन (EE) प्रिंस गौतम, एसडीओ राणा प्रताप, और जूनियर इंजीनियर (JE) ललित कुमार शामिल हैं. 

पीवीवीएनएल की एमडी ईशा दुहन ने लिया ऐक्शन

यह ऐक्शन पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) की एमडी ईशा दुहन ने लिया. ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी में हुई इस बड़ी लापरवाही पर उनकी ओर से  तत्काल संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि 'कार्यक्रमों के दौरान बिजली आपूर्ति को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं. फिर भी मुरादाबाद में हुई चूक से साफ है कि इसमें अधिकारियों ने लापरवाही की.' 

मंत्री एके शर्मा जनता से संवाद करने और ऊर्जा सुधार की योजनाओं को साझा करने मुरादाबाद पहुंचे थे. लेकिन कार्यक्रम के दौरान बिजली आपूर्ति ठप हो जाना एक प्रशासनिक असफलता के रूप में देखा गया. सूत्रों के अनुसार, मामले की उच्च स्तरीय जांच भी शुरू कर दी गई है, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कंटिजेंसी प्लान और जिम्मेदारी तय करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.

पहले जयश्री राम वाला वीडियो वायरल हुआ, फिर बिहार दिए बयान को लेकर देनी पड़ी सफाई

एके शर्मा की सार्वजनिक योजनाओं और यात्राओं के दौरान पिछले दिनों ऐसी दो घटनाएं हुईं जिन्होंने मंत्री को मुसीबत में डाला. पहला वाकया 9 जुलाई, बुधवार का है. मंत्री एके शर्मा जौनपुर से सुल्तानपुर जा रहे थे. इस दौरान सूरापुर कस्बे में व्यापारियों ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को रोककर बिजली संबंधित शिकायत उनसे कीं. व्यापारियों ने बताया कि उनके इलाके में महज 3 घंटे ही बिजली आ रही है. शिकायत सुनने के बाद मंत्री एके शर्मा ने जो रिएक्शन दिया, उसी का वीडियो वायरल हो गया. 

व्यापारियों ने मंत्री एके शर्मा से कहा, "व्यापारी परेशान हैं…केवल तीन घंटे बिजली आ रही है. एसडीओ बोर्ड लगाकर बैठा है कि 11 बजे से 3 बजे तक ही बिजली मिलेगी." व्यापारियों की शिकायत सुनने के बाद मंत्री एके शर्मा ने नारा लगाते हुए कहा, "...शंकर भगवान की जय, जय श्री राम...जय बजरंगबली की." बता दें कि नारा लगाने के बाद एके शर्मा सीधे गाड़ी में बैठ गए. उन्होंने व्यापारियों की शिकायत का कोई जवाब नहीं दिया. 

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इसी तरह बीते दिनों एके शर्मा मथुरा में थे. वहां उन्होंने बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा पर ऐसा तंज कसा कि बाद में उन्हें सफाई देनी पड़ी. मथुरा में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "बिहार में ना बिजली आएगी, न बिल आएगा... हो गई बिजली फ्री." मंत्री एके शर्मा का यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया. बाद में उनकी सफाई आई कि उन्होंने कहा था कि बिहार में या तो लालटेन आएगी या बिजली. आपको बता दें कि लालटेन बिहार के मुख्य विपक्षी दल, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का चुनाव चिन्ह है. 

जाहिर सी बात है कि एके शर्मा ने भले ही डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की हो, लेकिन यूपी में बिजली कटौती और उनके हालिया बयानों ने पूरे विभाग की किरकिरी जरूर कराई है.

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