PM Modi podcast full video: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन को एक विशेष इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने अपने बचपन के संघर्ष, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से मिली प्रेरणा, गुजरात दंगों पर उठे सवाल, भारत की वैश्विक स्थिति, पाकिस्तान नीति और लोकतंत्र में आलोचना के महत्व जैसे कई अहम मुद्दों पर खुलकर बात की. तीन घंटे से अधिक चले इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी कई अनसुनी कहानियां साझा कीं, जिनमें से एक स्कूल में चॉक इकट्ठा कर अपने सफेद जूते चमकाने की भी थी.
ADVERTISEMENT
बचपन का संघर्ष: जब चॉक से चमकाए जूते
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने गरीबी से भरे बचपन को याद करते हुए बताया कि संसाधनों की कमी के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने कहा, "मेरा बचपन बेहद गरीबी में बीता. स्कूल में मैं इस्तेमाल किया हुआ चॉक इकट्ठा करता था और अपने सफेद जूते चमकाने के लिए उसका उपयोग करता था."
RSS से मिली जीवन की दिशा
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े अपने शुरुआती दिनों को याद किया और बताया कि यह संगठन उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला था. उन्होंने कहा, "RSS ने मुझे जीवन का उद्देश्य दिया. यह संगठन समाज के हर वर्ग के लिए काम करता है. जो कुछ भी करो, देश के लिए करो – यही RSS का दर्शन है." उन्होंने यह भी बताया कि RSS की प्रेरणा से जुड़ी संस्थाएं शिक्षा, श्रम, और सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं. उदाहरण के तौर पर विद्या भारती जो करीब 25,000 स्कूलों का संचालन करती है और करोड़ों छात्रों को किफायती शिक्षा उपलब्ध कराती है.
गुजरात दंगों पर बोले पीएम मोदी
पॉडकास्ट के दौरान लेक्स फ्रीडमैन ने 2002 के गुजरात दंगों को लेकर सवाल किया, जिस पर पीएम मोदी ने अपने राजनीतिक विरोधियों द्वारा फैलाए गए झूठे नैरेटिव को उजागर किया. उन्होंने कहा, "2002 से पहले गुजरात में लगातार दंगे होते थे. कभी पतंग उड़ाने को लेकर तो कभी साइकिल टकराने पर भी हिंसा भड़क जाती थी. लेकिन 2002 के बाद पिछले 22 सालों में गुजरात में एक भी बड़ा दंगा नहीं हुआ."
उन्होंने स्पष्ट किया कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे साबित हुए और अदालत ने उन्हें निर्दोष पाया. "मेरे राजनीतिक विरोधी सत्ता में थे और वे मुझे दोषी साबित करना चाहते थे. लेकिन न्यायपालिका ने हर बार गहराई से जांच कर हमें पूरी तरह निर्दोष पाया."
भारत की वैश्विक स्थिति और शांति संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी वह विश्व के नेताओं से हाथ मिलाते हैं, तो यह केवल मोदी नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीयों का हाथ होता है. उन्होंने भारत की शांति नीति पर जोर देते हुए कहा कि जब भारत शांति की बात करता है, तो पूरी दुनिया उसे गंभीरता से सुनती है क्योंकि यह महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध की भूमि है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने हमेशा पाकिस्तान से शांति के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन हर बार उसका जवाब शत्रुता और विश्वासघात से मिला. पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान को आमंत्रित किया था. लेकिन शांति के हर प्रयास का जवाब हमें विश्वासघात से मिला. हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान को एक दिन सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का मार्ग अपनाएगा.'
लोकतंत्र और आलोचना पर पीएम मोदी का नजरिया
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतंत्र में आलोचना के महत्व को स्वीकारते हुए कहा कि वह आलोचनाओं का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा, "मेरा दृढ़ विश्वास है कि आलोचना लोकतंत्र की आत्मा है." उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति से हटकर 'सबका साथ, सबका विकास' की नीति अपनाई है. उनका मानना है कि विकास की राजनीति ही लोकतंत्र को मजबूत कर सकती है. पीएम मोदी ने कहा, "हम वोट बैंक की राजनीति से हटकर सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं."
लेक्स फ्रीडमैन पॉडकास्ट: क्यों है चर्चा में?
इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने अपनी व्यक्तिगत जीवन यात्रा से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर खुलकर बात की. यह इंटरव्यू खासकर इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि पीएम मोदी ने पहली बार एक विस्तृत डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से वैश्विक दर्शकों को संबोधित किया.
पूरा पॉडकास्ट यहां नीचे देखें
ADVERTISEMENT
