मुरादाबाद: फिजियोथेरेपिस्ट रीना का पेशेंट बना प्रेमी, फिर 3 करोड़ की प्रॉपर्टी और पति की हत्या वाली कहानी हैरान कर देगी

उत्तराखंड के कोटद्वार में 5 जून  को सड़क किनारे मिले एक अज्ञात शव ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी थी. पौड़ी पुलिस ने 15 दिन की गहन जांच के बाद इस रहस्यमयी हत्याकांड का पर्दाफाश किया है.

UP News

यूपी तक

• 07:46 PM • 20 Jun 2025

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उत्तराखंड के कोटद्वार में 5 जून  को सड़क किनारे मिले एक अज्ञात शव ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी थी. पौड़ी पुलिस ने 15 दिन की गहन जांच के बाद इस रहस्यमयी हत्याकांड का पर्दाफाश किया है.  इस हत्याकांड में मृतक रविंद्र कुमार की पत्नी रीना सिंधु और उसके प्रेमी परितोष कुमार को हत्या का मास्टरमाइंड पाया गया. दोनों ने मिलकर रविंद्र को शराब पिलाकर फावड़े से हत्या की और शव को कोटद्वार की खाई में फेंक दिया.

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5 जून को कोटद्वार के दुगड्डा मार्ग पर सड़क किनारे एक अज्ञात शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. शव की पहचान दिल्ली के वसंत कुंज निवासी 56 वर्षीय रविंद्र कुमार के रूप में हुई. पौड़ी पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और 15 दिनों की मेहनत के बाद इस हत्याकांड की परतें खोलीं. जांच में सामने आया कि रविंद्र की हत्या की साजिश उनकी 34 वर्षीय पत्नी रीना सिंधु और 33 वर्षीय प्रेमी परितोष कुमार ने रची थी. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 

रीना वर्तमान में मुरादाबाद के रामगंगा बिहार, सिविल लाइंस क्षेत्र में रहती थी. जबकि परितोष बिजनौर के नगीना थाना क्षेत्र के सराय पुरैनी गांव का निवासी है. पुलिस पूछताछ में रीना ने हत्या की चौंकाने वाली कहानी बताई है. उसने बताया कि रविंद्र और उसका मुरादाबाद में एक तीन मंजिला मकान था जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपये थी. रविंद्र इस मकान को बेचकर अपना कर्ज चुकाना चाहता था जिसमें एक कोर्ट केस में लगे लाखों रुपये का जुर्माना भी शामिल था. लेकिन रीना इस बिक्री के खिलाफ थी जिसके चलते दोनों के बीच अक्सर तकरार होती थी. इसी बीच रीना की मुलाकात फिजियोथेरेपी सेंटर में पेशेंट बनकर आए परितोष कुमार से हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए.
 
31 मई को रीना ने रविंद्र को बिजनौर के नगीना में परितोष के घर बुलाया. वहां दोनों ने रविंद्र को शराब पिलाई और फिर परितोष ने फावड़े से उसके गले और छाती पर कई वार कर हत्या कर दी. इसके बाद, दोनों ने रविंद्र के शव को उनकी SUV-500 गाड़ी में डाला और कोटद्वार के दुगड्डा जंगल में सड़क किनारे खाई में फेंक दिया. हत्या को छुपाने के लिए वे गाड़ी को नोएडा में छोड़कर फरार हो गए.  इस मामले का खुलासा रविंद्र के भाई राजेश कुमार की शिकायत से हुआ.

17 जून को राजेश ने कोटद्वार कोतवाली में शिकायत दर्ज की जिसमें बताया कि रविंद्र ने 2007 में अपनी पहली पत्नी से अनबन के बाद हरिद्वार में रहना शुरू किया था. वहां उनकी मुलाकात रीना से हुई और 2011 में दोनों ने शादी कर ली. रविंद्र ने दिल्ली की पुश्तैनी जमीन बेचकर मुरादाबाद में मकान खरीदा जहां रीना फिजियोथेरेपी सेंटर चलाती थी. राजेश को शक था कि रीना की कहानियां जैसे रविंद्र का 9 मई से चेक बाउंस केस में फरार होना झूठी थीं.  

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या की क्रूरता को उजागर किया है जिसमें रविंद्र की दो पसलियां टूटी हुई पाई गईं. सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक जांच और मोबाइल डेटा के आधार पर पुलिस ने नोएडा में छोड़ी गई SUV को ट्रेस किया. रीना ने पूछताछ में कबूल किया कि वह मकान बेचने के रविंद्र के फैसले के खिलाफ थी और परितोष के साथ मिलकर उसने हत्या की साजिश रची. दोनों के अवैध संबंध और लालच इस हत्याकांड की जड़ बने.  पुलिस ने इस मामले को सुलझाने में तकनीकी और फॉरेंसिक सबूतों का सहारा लिया जिससे यह सनसनीखेज हत्याकांड सुलझ गया.

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