UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस किसी ना किसी वजह से चर्चाओं में रहती ही है. मगर इस बार यूपी पुलिस ने कुछ ऐसा किया है, जिसे जान हर कोई चौंक रहा है. दरअसल यूपी के फिरोजाबाद में पुलिस महिला जज को ही आरोपी समझकर उन्हें खोज रही थी. अब पुलिस को ये लापरवाही काफी भारी पड़ गई है.
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उत्तर प्रदेश पुलिस का गजब कारनामा सामने आया है. यहां पुलिस ने अपराधी की जगह एक जज की ही तलाश शुरू कर दी. जांच अधिकारी को अपराधी की तलाश थी. मगर वह महिला जज को ही खोजने लगे. जब मामले का खुलासा हुआ तो हड़कंप मच गया. इस मामले में महिला जज नगमा खान ने पुलिस को खूब सुनाया है.
पुलिस ने जज नगमा खान की शुरू की तलाश
ये पूरा मामला फिरोजाबाद के अपर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत से जुड़ा हुआ है. यहां चोरी के एक मामले में गैरहाजिर चल रहे अभियुक्त के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट व कुर्की के आदेश जारी हुए. मगर जांच अधिकारी ने आरोपी की जगह न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अपर सिविल जज नगमा खान को ही तलाशना शुरू कर दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला थाना उत्तर क्षेत्रान्तर्गत मुकदमा संख्या 2672/2012 सरकार बनाम राजकुमार आदि से जुड़ा है. इसमें थाना उत्तर इलाके का अभियुक्त राजकुमार उर्फ पप्पू पुत्र गनेशीलाल निवासी कोटला रोड, फिरोजाबाद लगातार कोर्ट में अनुपस्थित चल रहा था. कोर्ट ने कई बार उसके खिलाफ नॉन बेलेबिल वारंट जारी किए थे. मगर वह कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहा था. ये देखते हुए जज नगमा खान द्वारा आरोपी के खिलाफ धारा-82 के तहत कुर्की की कार्रवाई करने में आदेश जारी कर दिए गए.
पुलिस की रिपोर्ट में अपराधी की जगह महिला जज नगमा खान का नाम
इस मामले में एक्शन लेते हुए पुलिस अधिकारी बनवारी लाल द्वारा कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की गई. रिपोर्ट में कहा गया कि एनबीडब्ल्यू की तामीली के दौरान नगमा खान को उनके पते पर तलाश किया गया, लेकिन वह वहां नहीं मिलीं. रिपोर्ट में आरोपी के स्थान पर जज का नाम देख जज ने सख्त नाराजगी जताई.
महिला जज पुलिस को सुना दिया
रिपोर्ट में अपना नाम देख अपर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) नगमा खान पुलिस पर भड़क गईं. उन्होंने पुलिस की इस लापरवाही पर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि पुलिस ने ड्यूटी के प्रति अत्यधिक लापरवाही बरती है. उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए और आईजी आगरा रेंज को पत्र लिखते हुए मामले से अवगत कराया है. अब इस मामले की सुनवाई 26 अप्रैल के दिन की जाएगी. फिलहाल ये मामला चर्चाओं में आ गया है. इस घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरव दीक्षित ने सब इंसेक्टर बनवारी लाल को निलंबित कर दिया है.
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