UP News: वाराणसी के प्राचीन आत्मविश्वेश्वर शिव मंदिर में बड़ा हादसा हो गया. यहां मंदिर के गर्भगृह में अचानक आग लग गई. इस आग से हड़कंप मच गया. घंटों के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस हादसा में 7 लोग झुलस गए, जिसमें मंदिर के पुजारी भी हैं.
ADVERTISEMENT
बताया जा रहा है कि ये आग गर्भगृह में तब लगी, जब हरियाली श्रृंगार किया जा रहा था. तभी आग भड़क गई और गर्भगृह में फैलती चली गई. मंदिर तंग गलियों में स्थित हैं, ऐसे में फायर विभाग की गाड़ियां देर से पहुंची. मगर आग पर काबू पा लिया गया. घायलों में 1 ही हालत गंभीर बनी हुई है. बता दें कि इस प्राचीन मंदिर को लेकर मान्यता है कि बाबा काशी विश्वनाथ की आत्मा यही बसती है.
गर्भगृह में लगी आग
वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र के ब्रह्मनाल चौकी अंतर्गत प्राचीन और प्रसिद्ध श्री आत्मविश्वेश्वर शिव मंदिर में श्रावण मास के अंतिम दिन यानी शनिवार की शाम गर्भगृह में हो रही सप्तऋषि आरती के दौरान आग लग गई. बताया जा रहा है कि आरती का दीपक श्रृंगार की सजावट में लगे रुई के संपर्क में आ गया और देखते ही देखते पूरे गर्भगृह में फैले रुई की वजह से आग लग गई.
आग देखते ही मंदिर के अंदर मौजूद लोग जल्दबाजी में बाहर निकलने लगे. मगर फिर भी मुख्य पुजारी समेत कुल 7 लोग आग की चपेट में आ गए और झुलस गए. तंग गली होने की वजह से किसी भी तरह की मदद की उम्मीद तुरंत नहीं थी. इसलिए मौके पर मौजूद लोगों ने ही आग पर काबू पाने की कोशिश की. झुलसे सभी लोगों को मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा में भर्ती कराया गया.
फायर ब्रिगेड की बाइक काफी देर बाद मौके पर पहुंची. तब तक आग पर काबू पाया जा चुका था. बता दें कि इस घटना में 1 की हालत सबसे ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. सभी को मंडलीय अस्पताल से एक निजी अस्पताल उपचार के लिए रेफर कर दिया गया है.
65 प्रतिशत जले देवनाथ पांडे
कबीर चौरा मंडलीय अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल अफसर ओमप्रकाश ने बताया, मंदिर में आरती के दौरान आग में जलकर कुल 7 लोग उपचार के लिए इमरजेंसी आए थे. इनमें 9 साल का सानिध्य 25 प्रतिशत चपेट में आया है. शिवम मिश्रा, कृष्णा, सत्यम पांडे, प्रिंस पांडे, बैकुंठ नाथ मिश्रा भी आग की चपेट में आने से झुलसे हैं. देवनाथ पांडे 65% सबसे ज्यादा जले हैं.
इस पूरे मामले को लेकर वाराणसी के काशी जोन के एडीसीपी सरवण टी. ने बताया, सभी घायलों का उपचार हो रहा है. सभी खतरे से बाहर है.
ADVERTISEMENT
