बिजली हड़ताल: पीलीभीत में बिजली गुल मगर लोगों ने निकाला समस्या का अनोखा हल

सौरभ पांडेय

Pilibhit News: उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. लोगों को बिना बिजली के भारी दिक्कतों…

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Pilibhit News: उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. लोगों को बिना बिजली के भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बों में हालत खराब हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में भी कई घंटों से बिजली गुल है. मगर यहां के लोगों ने बिजली की समस्या से निजात पाने के लिए एक तरीका निकाल लिया है.

बिजली कटौती से हुआ बुरा हाल

बता दें कि बिजली कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से खराब फीडर को ठीक करने के लिए कर्मचारी नहीं आ रहे हैं. बिजली आपूर्ति ठप पड़ गई है, लेकिन पीलीभीत की आम जनता ने इस समस्या से निजात पाने के लिए अपने– अपने घरों के बाहर प्राइवेट जनरेटर लगा लिया है. यहां के लोगों ने किराए पर जनरेटर मंगवा लिया है और उसी से लोग अपने–अपने घरों में बिजली की सप्लाई ले रहे हैं. बता दें की बिजली की इस सप्लाई से लोग घरों में पानी भर रहे हैं और अपने–अपने इनवर्टर चार्ज कर रहे हैं. अपने मोबाइलों को भी चार्ज कर रहे हैं.

नहीं ठीक हो रहे फीडर

बता दें की एक फीडर खराब या ठप हो जाने पर उससे जुड़े इलाके की लाइट गुल हो जाती है. हड़ताल के कारण फीडर ठप पड़ गए हैं और उन्हें सही करने के लिए बिजली कर्मचारी नहीं आ रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, जनपद के पीलीभीत मुख्यालय में अभी लाइट की व्यवस्था थोड़ी बहुत ठीक है. मगर कस्बा पूरनपुर और बीसलपुर में बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.

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गली–गली जनरेटर लगे

मिली जानकारी के अनुसार, पीलीभीत के पूरनपुर कस्बे में जगह–जगह लोगों ने गलियों में जनरेटर लगा रखे हैं. लोगों ने आपस में मिलजुल कर किराए पर जरनेटर मंगाए हैं. जनरेटर की मांग इतनी है कि अब किराए के जनरेटर भी काम पड़ने लगे हैं. अब लोगों को आसानी से जनरेटर भी हाथ नहीं आ रहे हैं.

एसडीओ ने मांगी जनता से माफी

इस पूरे मामले पर आशीष कौशल (एसडीओ पीलीभीत) का कहना है कि हमारी हड़ताल की वजह से आम जनता को परेशानी हो रही है. हम इसके लिए माफी चाहते हैं, लेकिन जनता को यह दिक्कत प्रशासन और सरकार की वजह से आ रही है. हमने पहले ही बताया था कि हमारी 14 सूत्रीय मांगे नहीं मानी गई तो हम तय डेट पर दोबारा धरना और हड़ताल करेंगे. मगर इन लोगों ने कोई भी अन्य व्यस्था नहीं की.

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