भाभी ने कहा है अभी सांसद जी ही मरे हैं, हम जिंदा हैं- गुड्डू मुस्लिम के नाम से लेटर वायरल

आशीष श्रीवास्तव

Guddu Muslim News: प्रयागराज में हुई माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. वहीं, इस…

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Guddu Muslim News: प्रयागराज में हुई माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. वहीं, इस मामले में पुलिस को फरार चल रही अतीक की पत्नी शाइस्ता के साथ साथ गुड्डू मुस्लिम की भी तलाश है. आपको बता दें कि गुड्डू मुस्लिम को गुड्डू बमबाज के नाम से भी जाना जाता है. इस पर आरोप है कि उमेश पाल हत्याकांड के वक्त ये मौके पर बम बरसा रहा था. पुलिस ने गुड्डू पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. वहीं, इस बीच गुड्डू बमबाज के नाम से एक लेटर सोशल मीडिया पर वारयल हो रहा है. वायरल लेटर में गुड्डू के हवाले से कहा जा रहा है कि ‘भाभी (शाइस्ता) ने कहा है अभी सांसद जी (अतीक) ही मरे हैं, लेकिन हम जिंदा हैं.” खबर में आगे जानिए लेटर में और क्या-क्या लिखा है.

लेटर में लिखीं हैं ये सब बातें

आपको बता दें कि वारयल लेटर में गुड्डू के हवाले से देवेंद्र तिवारी नामक शख्स को धमकी दी गई है. लेटर को पढ़कर पता चल रहा है कि देवेंद्र ने स्लॉटर हाउस के खिलाफ एक PIL दाखिल की है, जिससे गुड्डू खफा है. वहीं, इस लेटर में गुड्डू के नाम से देवेंद्र तिवारी से 20 लाख रुपये की रिश्वत की भी मांगी गई है.

वहीं, लेटर में कहा गया है, ‘भाभी (शाइस्ता) ने कहा है अभी सांसद जी (अतीक) ही मरे हैं, लेकिन हम जिंदा हैं. हम लोगों को पता है हमारे साथ क्या होना है.’

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वायरल पत्र में देवेंद्र तिवारी को धमकी देते हुए कहा गया है कि गुड्डू मुस्लिम की अंडरवर्ल्ड तक पहुंच है और अगर पुलिस को जानकारी देने की कोशिश की गई तो अंजाम बुरा होगा. धमकी भरे लेटर में सीएम योगी आदित्यनाथ और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश का नाम भी शामिल है. वहीं, धमकी भरा लेटर मिलने के बाद देवेंद्र ने पुलिस से शिकायत की है.

15 अप्रैल को हई थी अतीक-अशरफ की हत्या

शनिवार, 15 अप्रैल की तारीख को उत्तर प्रदेश में एक बड़ी घटना घटी. इन दिन पूर्व सांसद और माफिया अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. यह वारदात तब घटी, जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी. ध्यान देनी वाली बात यह है कि अतीक की हत्या उस दिन हुई, जिस दिन उसके तीसरे नंबर के बेटे असद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. दरअसल, उमेश पाल मर्डर केस में 5 लाख रुपये का इनामिया असद फरार चल रहा था, जिसका 13 अप्रैल को झांसी में UPSTF ने एनकाउंटर कर दिया था.

 

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