अतीक-अशरफ हत्याकांड जैसी वारदात! जौनपुर में पुलिस कस्टडी में दो अपराधियों पर अंधाधुंध फायरिंग

राजकुमार सिंह

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई थी. ठीक एक महीने बाद जौनपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जौनपुर जिले की दीवानी कस्टडी में पुलिस अभिरक्षा में पेशी के लिए लाए गए हत्या के दो आरोपियों पर मंगलवार को बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर उनकी हत्या की कोशिश की.

फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे अधिवक्ताओं ने एक हमलावर को पकड़ कर उसकी पिटाई करने के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया. अन्य हमलावर मौके का फायदा उठाकर भाग निकले.

पुलिस अधीक्षक (नगर) बृजेश कुमार गौतम ने बताया कि मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेशी के लिए पुलिस हत्‍यारोपी मिथिलेश गिरी और सूर्यप्रकाश राय को लेकर जा रही थी, तभी अदालत परिसर में ही दो बदमाशों ने अचानक उनपर गोलियां चलानी शुरू कर दीं.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

उन्होंने बताया कि बदमाशों द्वारा चलाई गई गोली दोनों हत्यारोपियों में एक के पीठ में जबकि दूसरे के बांह में लगी, दोनों को जिला अस्पताल भेजा गया है.

गौतम ने बताया कि 6 मई, 2022 को गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के धर्मापुर बाजार में हुई पहलवान बादल यादव की हत्या में आरोपी मिथिलेश गिरी ग्राम सरैया तथा सूर्यप्रकाश राय ग्राम कबिरुद्दीनपुर जिला जेल में निरूद्ध थे.

ADVERTISEMENT

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस दौरान गोली की आवाज सुनकर आसपास खड़े अधिवक्ताओं ने बदमाशों को घेर लिया. इसमें एक बदमाश श्रवण कुमार यादव निवासी धर्मापुर थाना गौराबादशाहपुर को अधिवक्ताओं ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है.

गौरतलब है कि प्रयागराज में 15 अप्रैल की रात को पुलिस अभिरक्षा में गैंगस्‍टर से नेता बने पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके पूर्व विधायक भाई अशरफ पर मीडियाकर्मी बनकर आये तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्‍या कर दी थी. पुलिस ने मौके पर तीनों बदमाशों को दबोच लिया था. ठीक एक माह बाद जौनपुर में प्रयागराज की तर्ज पर ही हुई इस घटना से कचहरी में दहशत फैल गई है.

ADVERTISEMENT

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT