आम आदमी पार्टी ने अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को अकेले अपने दम पर लड़ने का मंगलवार को ऐलान किया. आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह राज्य की सभी 403 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी. पार्टी ने कहा कि वह अगले 15 दिनों में उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर देगी.
मंगलवार को आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं और संगठन के नेताओं के साथ बैठक की. इस दौरान सिंह ने कार्यकर्ताओं से 2022 का चुनाव पूरी मजबूती से लड़ने और बूथ स्तर पर तैयारियों में जुट जाने की अपील की. बैठक में संजय सिंह ने कहा कि ‘आप’ की तिरंगा यात्रा प्रदेश की सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में निकाली जाएगी.
“यूपी की जनता के सामने रखेंगे दिल्ली सरकार का मॉडल”
‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने ‘आज तक’ से बातचीत में कहा है, “बीते 30 सालों में तमाम दलों ने जाति और धर्म के नाम पर सरकार तो बना ली लेकिन जनता के बुनियादी सवालों की इन सरकारों ने अनदेखी की. अब उत्तर प्रदेश के लोग जाति-धर्म की राजनीति से ऊब चुके हैं और वे बदलाव चाहते हैं. उनके पास अब तक कोई राजनैतिक विकल्प नहीं था, लेकिन अब उनके पास विकल्प है आम आदमी पार्टी और दिल्ली का केजरीवाल सरकार मॉडल.”
उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली में हमने कभी जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगा, हमने हमेशा काम पर वोट मांगा. दिल्ली में हमारी सरकार का जो मॉडल है हम उसको उत्तर प्रदेश की जनता के सामने रखेंगे, उसको लागू करने की हम बात करेंगे. हमें पूरी उम्मीद है कि जैसे दिल्ली की जनता ने हमें समर्थन दिया, वैसे ही उत्तर प्रदेश की जनता भी हमें समर्थन देगी.”
पिछले दिनों संजय सिंह ने की थी अखिलेश और राजभर से मुलाकात
पिछले दिनों ‘आप’ नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने पहुंचे थे. अखिलेश से उनकी मुलाकात के बाद सियासी हलकों में एसपी और ‘आप’ के बीच गठबंधन की चर्चा भी तेज हो गई थीं.
इसके अलावा, संजय सिंह की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के साथ मुलाकात के बाद भी तमाम चर्चाएं सामने आईं थीं.
तिरंगा यात्रा और भ्रष्टाचार के आरोपों से बीजेपी को घेर रही ‘आप’
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आम आदमी पार्टी ने लखनऊ से तिरंगा यात्रा की शुरुआत की थी. आम आदमी पार्टी ने लखनऊ, आगरा में तिरंगा यात्रा निकाली थी. ‘आप’ की तिरंगा यात्रा को बीजेपी के राष्ट्रवाद का काउंटर माना जा रहा है.
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ ‘आप’ के यूपी प्रभारी संजय सिंह विभिन्न मुद्दों और कथित घोटालों पर हमलावर होते रहे हैं. यानी एक तरफ बीजेपी के राष्ट्रवाद वाले एजेंडे के सामने ‘आप’ ने तिरंगा यात्रा को शुरू किया है तो वहीं प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उसकी घेराबंदी भी शुरू कर दी है.
रिपोर्ट: संतोष कुमार